अब तक मंत्रिमंडल के शपथ समारोह की तारीख का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है लेकिन सूत्रों के मुताबिक 27 दिसंबर को शपथ ग्रहण हो सकता है। करीब 22 से 25 मंत्री इस समारोह में शपथ ले सकते हैं। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर भजनलाल सरकार का ये मंत्रिमंडल नए और पुरानों का गुडमिक्स होगा। राजस्थान के मंत्रीमंडल में भी करीब 10 से 12 चेहरों को पहली बार मंत्री के रूप में सामने लाया जा सकता है।
पिछड़े वर्ग को मिल सकता है प्रतिनिधित्व
नए मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक नए मंत्रिमंडल में 8 से 10 मंत्री पिछड़े वर्ग से हो सकते हैं। शेखावाटी, मेवाड़, वागड़, मारवाड़ और पूर्वी राजस्थान को नए मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जाना है। मंत्रिमंडल नए और पुरानों का मिक्स होगा। इसमें कुछ पहली बार मंत्री बन सकते हैं और कुछ ऐसे चेहरे भी होंगे जिनके पास पुराना अनुभव होगा।
सरकार के मंत्रिमंडल मंत्रीमंडल में शामिल होने वाले चेहरों में सबसे मजबूत दावेदार डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, अनिता भदेल, ओटाराम देवासी, गुरवीर सिंह, जगत सिंह, जवाहरसिंह बेडम, बाबा बालकनाथ, जसवंत सिंह, जोगाराम पटेल, अविनाश गहलोत, छोटू सिंह, किशन कुमार बिश्नोई, केसाराम चौधरी, गजेंद्रसिंह खींवसर, झाबरसिंह खर्रा, प्रताप भील, फूलसिंह मीणा, बाबू सिंह राठौड़, भागचंद टेकड़ा, मदन दिलावर, शंकर डेचा, हरलाल सहारण, विश्वनाथ मेघवाल के नाम प्रमुख हैं। इनमें किरोड़ीलाल मीणा, अनिता भदेल, गोवर्धन बाबू सिंह राठौड़, मदन दिलावर, ओटाराम देवासी, जसवंत सिंह पहले मंत्री रह चुके हैं।