खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर थम रही कनाडा-भारत के बीच तनातनी, अब भारतीयों को मिल रही धमकी
गौरतलब है, पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के एक शहर सरे में अज्ञात बंदूकधारियों ने निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कनाडाई सरकार ने इसका आरोप भारत सरकार के एजेंटों पर लगाया है। हालांकि, भारत इसे बेतुका बताकर खारिज कर चुका है। इन सबके बीच जानकारी सामने आई है कि कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया में भारतीय समुदाय के कुछ लोगों को जबरन वसूली को लेकर फोन किए जा रहे हैं। इसे भारत सरकार ने गंभीर चिंता का विषय बताया है।
कई मुद्दे चर्चा करने के लिए
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय नागरिकों को जबरन वसूली के कॉल आना गंभीर चिंता का विषय है। फिलहाल, इस बारे में सटीक ब्योरा नहीं है। उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे पास कनाडा के साथ चर्चा करने के लिए कई मुद्दे हैं। हम सुरक्षा स्थितियों आदि से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। एक मंदिर के बारे में एक मुद्दा था, जिस पर हमला किया गया था। इसके बाद कनाडाई पुलिस ने मंदिर परिसर की जांच की। वहां के अधिकारियों बताया कि जिस व्यक्ति ने घुसपैठ की थी, उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।’
मालदीव पर बोले जायसवाल
मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के इस महीने भारत की पहली यात्रा करने की परंपरा के खिलाफ चीन की यात्रा करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, जायसवाल ने कहा कि यह निर्णय द्वीपीय राष्ट्र को लेना है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। यह उन्हें तय करना है कि वे कहां जाते हैं और अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कैसे आगे बढ़ाते हैं।
चीन के करीबी माने जाने वाले मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने के लिए आह्वान किया है। बांग्लादेश के आगामी संसदीय चुनावों की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों पर जायसवाल ने कहा कि यह उस देश का आंतरिक मामला है।
भारत-कनाडा विवाद क्या है?
इस पूरे विवाद की जड़ में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामला है। दरअसल, निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी स्थित गुरुनानक सिख गुरुद्वारा के पास दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था और भारत में एक घोषित आतंकवादी था।
18 सितंबर को निज्जर की हत्या को लेकर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने वहां की संसद में भारत पर आरोप लगाए थे। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों के पास यह मानने के कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने ही निज्जर की हत्या की। कनाडाई एजेंसियां निज्जर की हत्या में भारत की साजिश की संभावनाओं की जांच कर रही हैं। ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी प्रकार की संलिप्तता अस्वीकार्य है।
वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय ने 19 सितंबर को कनाडा के आरोपों का पहली प्रतिक्रिया दी थी। भारत ने ट्रूडो के दावों को बेतुका और पूर्वाग्रह से प्रेरित बताते हुए इन्हें सिरे से खारिज कर दिया था। इसके साथ ही भारत ने कहा था कि इस तरह के आरोप सिर्फ उन खालिस्तानी आतंकी और कट्टरपंथियों से ध्यान हटाने के लिए, जिन्हें लंबे समय से कनाडा में शरण दी जा रही है।