नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव से पहले शुरु हो रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का खाका और मकसद, देश के सामने पेश कर दिया है। खरगे ने मोर्चा संभालते हुए स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के मूल में कुछ ही नहीं, बल्कि अनेक मुद्दे शामिल होंगे। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, मजदूरों की बुरी हालत, अमीर-गरीब के बीच में बढ़ती खाई और जातिगत जनगणना से जुड़े मुद्दों पर जन जागरण किया जाएगा। यात्रा के दौरान राहुल गांधी समाज के विभिन्न वर्गों एवं संगठनों से बात करेंगे। उनकी समस्याओं के समाधान पर विचार-विमर्श करेंगे। खरगे ने न्याय यात्रा के जागरण में ‘मणिपुर’ से लेकर संसद में 146 सांसदों का निलंबन शभी शामिल किया है। भाजपा को घेरने के लिए खरगे ने इस तरह से न्याय यात्रा का खाका खींचा है कि उसमें देश का कोई वर्ग, समूह या मुद्दा अछूता न रहे।
जनता से जुड़े मुद्दों पर बात होगी
शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, देशवासियों को न्याय दिलाने के लिए ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाली जा रही है। इस न्याय यात्रा के माध्यम से जनता से जुड़े मुद्दों पर बात होगी। ‘न्याय का हक मिलने तक’ नारे के साथ उन्होंने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का लोगो लॉन्च किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश भी मौजूद रहे। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में लोगो की लॉन्चिंग पर आयोजित पत्रकार वार्ता में खरगे ने कहा, ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ देश के बुनियादी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक मुद्दों को लेकर निकाली जाएगी। इसके माध्यम से जनता से जुड़े मुद्दों पर बात होगी। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, मजदूरों की बुरी हालत, अमीर-गरीब के बीच में बढ़ती खाई और जातिगत जनगणना से जुड़े मुद्दों पर जन जागरण किया जाएगा। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का मंच, एनजीओ, पत्रकारों, किसान, छोटे व्यापारी, दलित-पिछड़े वर्ग, आदिवासियों और बौद्धिक वर्ग को अपने साथ जोड़ेगा।
मित्र दल व सिविल सोसाइटी आमंत्रित
यह यात्रा केवल अपनी बात जनता तक पहुंचाने के लिए नहीं है, बल्कि जनता की आवाज और उनकी समस्याओं को सुनने का भी मंच है। कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से जुड़ने के लिए इंडिया गठबंधन के नेताओं, विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के मित्र दलों और सिविल सोसाइटी को आमंत्रित किया है। यात्रा के दौरान उन सभी लोगों से भेंट होगी और विचार-विमर्श किया जाएगा। इस यात्रा का उद्देश्य संविधान की प्रस्तावना में उल्लेखित चार स्तंभों- न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व को पुनः मजबूत करना भी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर से मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मणिपुर में दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटती रही, मगर पीएम मोदी मणिपुर नहीं गए। प्रधानमंत्री हर जगह जाकर नए-नए कपड़े पहनकर फोटो खिंचवाते हैं और बोलते हैं, मगर पीएम मोदी मणिपुर नहीं गए।