जबलपुर। खून पसीने से उगाई अन्नदाता की मेहनत जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। शुक्रवार रात हुई तेज बारिश के कारण सिहोरा और मझोली तहसील के दो दर्जन से अधिक वेयरहाउसों में खुले में पड़ी हजारों क्विंटल धान बारिश की भेंट चढ़ गई। बारिश में धान गीली होने से किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। लगातार बिगड़ते मौसम के कारण किसान जैसे तैसे तिरपाल ढांककर बच्ची खुशी धन को बचाने की जुगत में खरीदी केन्द्रों में पड़े हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति मझौली तहसील में है। बटरंगी के योगमाया वेयरहाउस में लगभग एक हजार किसानों की करीब 46 हजार क्विंटल धान बारिश में भीग गई है। धान गीली होने से बोरियां काली पड़ गई है। वहीं सिद्धार्थ वेयर हाउस में भी लगभग 20 क्विंटल खुले बारिश की भेंट चढ़ गई। सिहोरा के श्री वेयरहाउस, द्वारकाधीश वेयरहाउस रिद्धि सिद्धि वेयरहाउस में भी खुले में किसानों की पड़ी लगभग 20 हजार क्विंटल से अधिक धान तेज बारिश में गीली हो गई।
भारतीय किसान यूनियन ने किया दौरा
बारिश के कारण खुले में पड़ी किसानों की धान बारिश में बुरी तरह भीग गई है। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल, मझौली ब्लॉक अध्यक्ष अनिल पटेल, चंद्रजीत पटेल ने वेयरहाउस पहुंचकर खरीदी केन्द्रों का दौरा किया। किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी को अपनी व्यथा बताई। किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल ने आरोप लगाया कि खरीदी केंद्र बनाने में प्रशासन की लापरवाही और देरी के कारण ही किसानों की यह दुर्दशा हो रही है।