दरअसल, पुलिस को सूचना मिली कि खैरहा के मझियार नाला से अवैध रेत का उत्खनन हो रहा था, जिसकी जानकारी पर थाना प्रभारी दिलीप सिंह अपने एक सहयोगी आरक्षक के साथ मौके पर पहुंचे थे। जहां उनके साथ यह वारदात हुई। मौके पर थाना प्रभारी दिलीप सिंह ने एक ट्रैक्टर को पकड़ लिया तो दूसरे ट्रैक्टर को उनके साथ मौजूद आरक्षक ने पकड़ा। लेकिन पुलिसकर्मियों की संख्या कम होने के चलते रेत माफियाओं ने हमला कर दिया। जिसके बाद वो ट्रैक्टर छुड़ाकर भाग निकले।
सिंहपुर के थे रेत माफिया
बता दें कि इस वारदात के बाद घटनास्थल से थाना प्रभारी थाने पर पहुंचे और मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि उक्त रेत माफिया सिंहपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले पुष्पेंद्र पांडेय व उसके परिवार के हैं। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर खैरहा एवं सिंहपुर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से माफिया पुष्पेंद्र पांडेय के घर उन्हें पकड़ने पहुंची। जहां फिर माफियाओं ने एक बार फिर पुलिस पर हमला कर दिया। इस हमले में थाना प्रभारी खैरहा दिलीप सिंह समेत कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को चोटें पहुंची हैं। दोनों थानों की पुलिस ने जब पुष्पेंद्र पांडे को पकड़ने का प्रयास किया तो वहां मौजूद पुष्पेंद्र के परिवार के लोग पुलिस पर टूट पड़े और पुलिस पर हमला बोल दिया। हालांकि पुलिस ने दो आरोपियों को मौके से पकड़ लिया है।
दर्ज हुआ मामला
वहीं अब इस पूरी घटना के बाद सिंहपुर थाना पुलिस ने कई आरोपियों पर शासकीय कार्य में बाधा, गाली गलौज कर मारपीट व बलवा करने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। वहीं खैरहा थाने में भी शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करना पुलिस के साथ गाली गलौज व अन्य धाराओं पर भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों थानों में अलग-अलग धाराओं पर आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। जिसमें कुल दो लोगों को अब तक पकड़ा गया है।
रेत माफिया कर चुके हैं पटवारी की ह्त्या
गौरतलब है कि इससे पहले भी देवलोंद थाना क्षेत्र के गोपालपुर में अवैध उत्खनन रोकने गए पटवारी को ट्रैक्टर से कुचलकर बेखौफ रेत माफिया ने मौत के घाट उतार दिया था।