गुजरात । पीएम नरेन्द्र मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात समिट का राजधानी गांधीनगर में आज उद्घाटन कर दिया है। यह समिट गांधीनगर में महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में हो रही है। 10 से 12 जनवरी तक सम्मेलन के 10वें संस्करण का आयोजन हो रहा है। इसमें सम्मेलन का विषय गेटवे टू द फ्यूचर थीम रखा गया है। सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन शामिल हो रहे हैं। यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 9 जनवरी को ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने भारत आ गए हैं। साथ ही दुबई में कॉप-28 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की यात्रा के बाद वाइब्रेंट गुजरात समिट में भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच संबंध मजबूत होने की भी उम्मीद है। यह संस्करण ‘वाइब्रेंट गुजरात के 20 वर्षों को सफलता के शिखर के रूप में’ मनाने जा रहा है। इस साल के शिखर सम्मेलन के लिए 34 भागीदार देश और 16 भागीदार संगठन हैं। बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के रूप में भी जाना जाता है और यह एक द्विवार्षिक निवेशकों का वैश्विक व्यापार कार्यक्रम है, जो गुजरात में आयोजित किया जाता है।
इस आयोजन का उद्देश्य व्यापारिक नेताओं, निवेशकों, विचारकों, नीति और राय निर्माताओं को एक साथ लाना है। बीते कुछ समय से यह गुजरात के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक मंचों में से एक बन गया है। यूएई, चेक गणराज्य, मोज़ाम्बिक और तिमोर-लेस्ते के लीडर पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए पहुंचे हैं। इसके साथ ही इस बार गुजरात समिट में ऑस्ट्रेलिया, तंजानिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, एस्टोनिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, यूएई , यूके, जर्मनी, नॉर्वे, फिनलैंड, नीदरलैंड, रूस, रवांडा, जापान, इंडोनेशिया और वियतनाम समेत कई देशों की भागीदारी हो रही है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूएई के राष्ट्रपति का इस आयोजन में शामिल होना हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। उनका मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना बारत और यूएई के मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 साल पूरे हुए हैं। बीते 20 वर्षों में इस समिट ने नए विचारों को प्लेटफॉर्म दिया है। इसने निवेश और रिटर्न के लिए गेटवे बनाए हैं। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की इस बार की थीम है- गेटवे टू द फ्यूचर। 20वीं सदी की दुनिया का भविष्य हमारे साझे प्रयासों से ही उज्ज्वल बनेगा। भारत ने अपने जी20 अध्यक्षता के दौरान भी वैश्विक भविष्य के लिए एक रोडमैप दिया है। मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जबकि 10 साल पहले भारत 11वें स्थान पर था। आज दुनिया की हर प्रमुख रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में जाएगा। एक ऐसे समय में जब विश्व अनेक अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है। तब भारत दुनिया में विश्वास की एक नई किरण बनकर उभरा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए हैं और अब भारत अगले 25 वर्षों के लक्ष्य पर काम कर रहा है। जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तब तक हमने भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है। यह 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है। इस अमृतकाल में यह पहला वाइब्रेंट गुजरात समिट हो रहा है, इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है। मोदी ने कहा कि यूएई के राष्ट्रपति का इस आयोजन में शामिल होना हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। उनका मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना बारत और यूएई के मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि मैं वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में 34 भागीदार देशों और 130 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का विचार दुनिया के सामने रखा है। भारत की G20 अध्यक्षता की सफलता ने देश को गौरवान्वित किया है।
पीएम मोदी का वाइब्रेंट विजन आज हकीकत बना : यूएई के राष्ट्रपति मोहमद बिन जायेद नाह्यान
यूएई के राष्टपति मोहमद बिन जायेद नाह्यान गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आज से शुरू हुई 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (वीजीजीएस) में आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया| साथ ही कहा कि पीएम मोदी का वाइब्रेंट विजन आज हकीकत बना है| वाइब्रेंट समिट में शामिल सभी पार्टनर देशों के प्रति भी आभार व्यक्त करता करता हूं| यूएई ने वर्ष 2017 में गुजरात में बड़े पैमाने पर निवेश किया है| उन्होंने कहा कि यूएई में गुजरात के लिए विशेष जगह है| यूएई और गुजरात के बीच भागीदारी इसी प्रकार आगे बढ़ती रहेगी| इस मौके पर मोहमद बिन जायेद नाह्यान ने लोजिस्टिक्स क्षेत्र में 3 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा| बता दें कि गांधीनगर में आज से प्रारंभ हुई वीजीजीएस में मोजेम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी, तिमोर लेस्टे के राष्ट्रपति जोस मेन्यूअल रामोस समेत विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, भारत के केन्द्रीय मंत्रियों में निर्मला सीतारमन, एस सोनोवाल, मनसुख मांडविया, महेन्द्रनाथ पांडे और एन चंद्रशेखर के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा, जम्मू-क्मीर के गवर्नर मनोज सिन्हा, उत्तर प्रदेश के मंत्री नंदकुमार गुप्ता और त्रिपुरा के मंत्री चामाका समेत अन्य नेता उपस्थित रहे|