भोपाल। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज से सौ वर्ष पहले स्वामी विवेकानंद ने घोषणा कि थी की 21वीं शताब्दी भारत की होगी। आज हम उसी की तरफ अग्रसर हैं। स्वामी विवेकानंद की जीवन के बारे में बताते हुए उन्होंने स्वामीजी के विचारों को आत्मसात करने की बात की। योग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, इसलिए योग के माध्यम से हम अपने शरीर को भी स्वस्थ रखें और मन को भी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की तरफ उठाए गए कदमों की तरफ भी ध्याान आकर्षित किया। उन्होंने मध्यप्रदेश को देश का नंबर वन राज्य बनाने की बात कहते हुए कहा कि हमारे पास आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं और हम प्रदेश को सर्वोच्च बनाने के लिए कटिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद रेडियो प्रसारण के जरिए पूरे प्रदेश की समस्त शिक्षण संस्थाओं में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री समेत वहां उपस्थित समस्त गणमान्य नागरिकों ने मंच से ही सूर्य नमस्कार किया। सामूहिक रूप से किए गए इस सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आकाशवाणी के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया।
मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद रेडियो प्रसारण के जरिए पूरे प्रदेश की समस्त शिक्षण संस्थाओं में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री समेत वहां उपस्थित समस्त गणमान्य नागरिकों ने मंच से ही सूर्य नमस्कार किया। सामूहिक रूप से किए गए इस सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आकाशवाणी के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया।