जयपुर। जयपुर आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पीएम नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक रोड शो की गवाह बनेगी। मैक्रों जयपुर पहुंच चुके हैं। तय समय से पहले ही जयपुर पहुंचे मैक्रों, जयपुर में स्टेट हैंगर पर मैक्रों का प्लेन मौजूद, पुलिस का काफिला रूट क्लीयरेंस के लिए बाहर निकला। राष्ट्रपति मैक्रों का काफिला जेएलएन रोड पर रुका, यहां उनके स्वागत में खड़े स्कूली बच्चों से वे मिले। राष्ट्रपति मैक्रों आमेर पहुंच चुके हैं। सुरक्षा कारणों के चलते बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने आमेर महल में मैक्रों का स्वागत किया। बता दें कि आमेर में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 365 मंदिर हैं। यहां की खास बात यह है कि यहां मौजूदा चौक और दरवाजों के नाम पर जयपुर के चौक और दरवाजों के भी रखे गए।
मोदी-मैक्रों के रिश्तों को नई मजबूती देगा गुलाबी शहर
राजस्थान में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों का दौरा सिर्फ रणनीतिक संबंधों के लिए ही नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच पर्यटन संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर भी होगा। इसीलिए उनके साथ आने वाले डेलीगेशन में सांस्कृति विभाग के अधिकारी भी आ रहे हैं। मोदी और मैक्रों के रोड शो परकोटे में होगा, जिससे यहां की ब्रांडिंग दुनिया भर में होगी।
राजस्थान की राजधानी गुलाबी शहर में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों अपने दल बल के साथ पहुंच गए हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भारत के विदेश विभाग के अधिकारी उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे। लेकिन आम आदमी की जेहद में यह जिज्ञासा है कि आखिर मोदी ने मैक्रों से मुलाकात के लिए जयपुर को क्यूं चुना। इसके पीछे बड़ी वजह है कि मैक्रों का यह दौरा रणनीति साझेदारी के लिए तो है, लेकिन इसके साथ ही मोदी फ्रांस के साथ सांस्कृति रिश्ते भी मजबूत करना चाहते हैं।
राजस्थान में यूएस के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक फ्रांस के
पर्यटन के लिहाज से फ्रेंच ट्यूरिस्ट राजस्थान के लिए बेहद अहम है। यहां हर साल करीब 40 लाख विदेशी मेहमान आते हैं। इनमें सबसे ज्यादा तादाद यूएस से आने वाले सैलानियों की होती है और दूसरे नंबर पर आते हैं फ्रेंच पर्यटक। लेकिन पर्यटन स्थलों पर खर्च करने के मामले में प्रति ट्यूरिस्ट फ्रेंच काफी आगे हैं।
जयपुर में आते हैं 16 लाख से ज्यादा विदेशी पर्यटक
राजस्थान के पर्यटन स्थलों में सबसे ज्यादा विदेशी सैलानी जयपुर में आते हैं। जयपुर में इंटरनेशन एयरपोर्ट होने के कारण यह ट्यूरिस्ट सर्किट का भी काम करता है। यहां पिछले साल 15 लाख 9 हजार से ज्यादा विदेशी सैलानी आए। राजस्थान के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की सुविधा के लिए बनने वाले होटले और रेस्त्रां में भी सबसे ज्यादा फ्रेंच फूड ही तैयार किया जाता है। मैक्रों जिस आमेर महल का दौरा करने पहुंच रहे हैं वहां पहले ही फ्रेंस पर्यटकों का दल भी मौजूद है। मैक्रां वहां उनसे बातचीत भी करेंगे और उनसे यहां के सांस्कृति अनुभवों की जानकारी लेंगे।