जबलपुर : संस्कारधानी हॉस्पिटल में दी गई एक्सपायरी दवा के मामले में कलेक्टर ने लिया संज्ञान, स्वास्थ्य विभाग ने शुरु की जांच

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जबलपुर । संस्कारधानी हॉस्पिटल में मरीजों के परिजनों को दी गई एक्सपायरी दवा के मामले में कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने स्वास्थ्य विभाग को जांच के निर्देश दिए है । दरअसल विगत 25 जनवरी को साहू और अग्रवाल परिवार के दो मरीज संस्कारधानी अस्पताल में भर्ती हुए थे। अग्रवाल परिवार की बच्ची के पेट में अल्सर की शिकायत थी, जिसके लिए डाक्टर ने सिरप लिखा। जो कि नवंबर 2023 में एक्सपायर हो चुकी थी, इसी तरह से साहू परिवार के मरीज को भी एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन दिया गया ।

दवाई अलग कर देने की आंशका

कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन शनिवार को अपनी टीम के साथ संस्कारधानी अस्पताल पहुंचे और मेडिकल स्टोर का स्टॉक चेक किया । डीआई शरद जैन ने बताया कि अमिका सीन नाम का इंजेक्शन जो कि नवंबर में एक्सपायर हो चुका था, इसके अलावा एक सिरप जिसके विषय में मरीज के परिजनों ने बताया था । दोनों ही मेडिकल स्टोर में नहीं मिली है । आशंका यह भी है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम आने से पहले ही स्टाफ को अलग कर दिया गया हो ।

इनका कहना है…

अस्पताल के मेडिकल स्टोर में और भी कई तरह की खामियां दिखी है। जिन दवाओं को फ्रिज में रखना चाहिए था, उसे बाहर रखा था। वहीं कई ऐसे भी इंजेक्शन थे जिन्हे की ठड़ा करने के लिए फ्रिज में रखना था वो उन्होंने नहीं किया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने और भी कई दवाओं की जांच की जिसमें भी लापरवाही सामने आई है। डीआई ने अस्पताल प्रबंधन से बीते छह माह का सेल-परचेज का रिकॉर्ड मांगा है। जिसके लिए दो दिन का समय दिया गया है।

शरद जैन, ड्रग इंस्पेक्टर

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