अयोध्या। अयोध्या के राम मंदिर में 14 बैंक कर्मियों को दान की गिनती में जुटाया गया है। दिन में तीन बार पेटियों को खोला जा रहा है, फिर इसकी गिनती होती हैं। यह कर्मचारी थक जाते हैं, लेकिन धन-वर्षा में कमीं नहीं हो रही है। बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लगातार धनवर्षा हो रही है। रामलला के दर्शन करने आने वाले भक्त दिल खोलकर दान कर रहे हैं। रामभक्त जिस बड़ी संख्या में दानपेटी में दान कर रहे हैं, उसे गिनने के लिए 14 लोगों को लगाया गया है। राम मंदिर में न केवल दानपेटी में ही रामभक्त दान दे रहे हैं, बल्कि कंप्यूटरकृत काउंटरों पर भी दिल खोलकर चंदा दे रहे हैं। राम मंदिर में धनवर्षा इस कदर हो रही है कि दिन में कई बार दानपेटियों को खाली किया जाता है और दान के पैसों को गिनने के लिए बैंक के 11 स्टाफ और 3 मंदिर के कर्मचारी शामिल होते हैं। राम मंदिर के उद्घाटन को 12 दिन बीत चुके हैं। राम मंदिर में न केवल रामभक्तों के आने का सिलसिला जारी है, बल्कि मंदिर के लिए दान भी अनवरत जारी है। राम मंदिर ट्रस्ट की मानें तो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक करीब 25 लाख से अधिक रामभक्तों ने रामलला का दर्शन कर लिया है। ट्रस्ट के मुताबिक 22 जनवरी से 1 फरवरी तक राम मंदिर में मौजूद दान पेटियों में रामभक्तों की ओर से 8 करोड़ रुपए से अधिक का दान आ चुका हैं। जबकि करीब 3.50 करोड़ रुपए मंदिर को ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं।
दान के संबंध में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रामलला के गर्भगृह के सामने दर्शन पथ के पास बड़े-बड़े आकार की चार दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें मंदिर आने वाले रामभक्त दान करते हैं। रामभक्तों के चंदे से ये दान इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान कर रहे हैं। रामभक्तों के चंदे से दान पेटियां जल्दी भर जाती हैं, जिसे दिन में कम से कम 3 बार खाली करनी पड़ती है। चारों दान पेटियों में आए चढ़ावे का हिसाब रखने के लिए एक टीम गठित की गई है, जिसमें बैंक के 11 कर्मचारी और मंदिर ट्रस्ट के 3 कर्मचारी शामिल हैं। अलग-अलग काउंटरों पर ये मौजूद रहते हैं और दान पेटियों में आए चढ़ावे का हिसाब रखते हैं। ये सभी बैंक कर्मचारी दान का पैसा गिनने के बाद ट्रस्ट कार्यालय में जमा कर देते हैं। ये पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होती है।