अब इन हस्तियों को मिल सकता है भारत रत्‍न

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नई दिल्ली। भारत रत्न अब किसे मिल सकता है। इसको लेकर चर्चाएं जारी हैं। जिस प्रकार से इस पुरस्कार के लिए घोषणाएं हो रही हैं। उससे आने वाले समय में कुछ और नाम सामने आ सकते हैं। पिछले 15 दिनों के भीतर लालकृष्ण आडवाणी, कर्पूरी ठाकुर, पी वी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने की घोषणा हो गयी है। अब माना जा रहा है कि भारत सरकार इन हस्तियों को भी भारत रत्न दे सकती है। ये पुरस्कार एक प्रकार से सरकारों का अपने लाभ के लिया जाने वाला साधन बनता जा रहा है। जिसकी सरकार बनी उसने अपने हिसाब से भारत रत्न को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने एमजी रामचंद्रन को भारत रत्न दिया। विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार बनी तो डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया। वहीं गैर कांग्रेसी सरकारें बनीं तो मोरारजी देसाई, वल्लभभाई पटेल और जयप्रकाश नारायण जैसी शख्सियतों को भी भारत रत्न मिला। वहीं अब इस पुरस्कार के लिए प्रमुख नाम हैं।

1-कांशीराम: उत्तर भारत में दलित राजनीति के मसीहा माने जाने वाले मास्टर कांशीराम को भारत रत्न दिए जाने की मांग उत्तर प्रदेश और बिहार के नेता समय समय पर करते रहे हैं जिसे भाजपा सरकार पूरा कर सकती है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट करके मास्टर कांशीराम के लिए भारत रत्न की मांग की है। उधर बिहार में तेजस्वी यादव भी लगातार कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग करते रहे हैं। भाजपा के लिए भी दलित वोटों में घुसपैठ बनाने के लिए कांशीराम को भारत रत्न देना हितकर ही हो सकता है क्योंकि बहुत कोशिश के बाद भी भाजपा दलित वोटों में अपनी पैठ नहीं बना पायी है।

2-बाल ठाकरे: महाराष्‍ट्र और देशभर में हिंदुत्‍व के बड़े नायक के रुप में बाल ठाकरे की पहचान है। राजनीति यूं तो महाराष्ट्र तक ही सीमित रही है पर उनकी लोकप्रियता देश भर में है। ऐसे में सरकार उन्हें भी भारत रत्न दे सकती है। महाराष्ट्र से राज ठाकरे कई नेताओं ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की है।

3-मनमोहन सिंह: 1990 के दशक में आर्थिक सुधार लाने वाले नायक के रुप में मनमोहन सिंह का नाम है। जिस तरह गुरुवार को राज्यसभा में पुर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री ने विदाई दी है उससे भी संकेत मिलते हैं कि उन्हें भारत रत्न मिल सकता है। मोदी ने कहा कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद रहे हैं पर सदन और देश का मार्गदर्शन करने वाले मनमोहन सिंह हमारे देश के लोकतंत्र की हर चर्चा में शामिल रहे हैं। मोदी ने कहा कि हाल में जब राज्यसभा में एक महत्वपूर्ण बिल पर वोटिंग हो रही थी, ये सभी को पता था कि बहुमत होने के कारण वोटिंग का नतीजा सरकार के पक्ष में रहेगा, लेकिन इसके बावजूद मनमोहन सिंह एक व्हीलचेयर पर सदन में आए थे। वो एक सांसद के तौर पर अपना कर्तव्य पूरा कर रहे थे। मैं मानता हूं कि गणतंत्र को मज़बूती देने के लिए वो सदन में आए थे।

4-रजनीकांत: देश के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं। तमिलनाडु में उनका जादू चलता है। दक्षिण के लोग उन्हें भगवान की तरह मानते हैं। अगर उनकी लोकप्रियता को आधार मान लिया जाए तो इस समय देश में भारत रत्न के सबसे बड़े दावेदार वह हैं। इसके साथ ही उनके सम्मान से दक्षिण में भाजपा का प्रभाव बढ़ेगा।अगर रजनीकांत को भारत रत्न देते हैं तो उनके लाखों समर्थकों की निगाह में बीजेपी का सम्मान बढ़ जाएगा। करीब 2 साल पहले रजनीकांत ने एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी। कई बार उन्होंने ऐसे संकेत भी दिए थे कि वो भाजपा के साथ जा सकते हैं पर शायद उचित राजनीतिक परिस्थितियों के न होने के चलते उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी को भंग कर दिया था।

5 शेख हसीना : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत की प्रबल समर्थक रही हैं। उनकी बेटी साइमा वाजेद को विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र को लीड करने के लिए नॉमिनेट किया गया है। इस दौरान भारत ने हसीना की बेटी का साथ दिया। साइमा वाजेद का मुकाबला नेपाल के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक शंभू प्रसाद आचार्य के साथ था। भारत के सामने बहुत दुविधा की स्थिति थी पर अंत में भारत ने शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद का साथ दिया। इससे पता चलता है कि भारत सरकार शेख हसीना को किस कदर पसंद करती है। आज तक केवल 2 विदेशी हस्तियों को भारत रत्न दिया गया है. इनमें दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला और पाकिस्तान के खान अब्दुल गफ्फार खान थे। अब इसमें शेख हसीना को नाम भी जुड़ सकता है। इसके पहले भी उन्हें भारत से कई पुरस्कार मिले हैं

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