जबलपुर : जीवन दायनी माँ नर्मदा का प्राकटोत्सव कल, देखिए मुहूर्त से लेकर ट्रैफिक प्लान की व्यवस्था

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जबलपुर। कल 16 फरवरी, दिन शुक्रवार माघ शुक्ल की सप्तमी तिथि को मां नर्मदा का प्राकटोत्सव (जयंती) मनाई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि पर मां नर्मदा का धरती पर अवतरण हुआ था। मां नर्मदा सनातन धर्मियों के लिए पूजनीय एवं जीवनदायनी मानी जाती है। शहर में लगभग एक हफ्ते पहले से ही भक्तो में नर्मदा जयंती को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है, जिसके चलते शहर भर में बड़े धूमधाम से तैयारी की जा रही है। वहीं कई स्थानों पर विशाल पंडाल लगाकर मां नर्मदा माता की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है।

शुभ मुहूर्त, स्नान-दान का महत्व

ज्योतिषों के अनुसार नर्मदा जयंती का मुहूर्त आज 15 फरवरी को सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर शुरू हो गया है, जो कल 16 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगा इसलिए कल उदया तिथि पर नर्मदा जयंती मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य के अनुसार नर्मदा जयंती पर स्नान दान करने का अलग ही महत्व है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है। एसी मान्यता है कि नर्मदा जयंती के दिन इस पवित्र नदी में स्नान करने से सभी तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं।

पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा डीजे
इसी क्रम में जिला प्रसाशन द्वारा 14 फरवरी को पुलिस कन्ट्रोलरूम में मॉ नर्मदा जयंती के अवसर पर डीजे/साउड संचालकों की बैठक ली गई। बैठक में सभी को बताया गया कि डी.जे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। साउंड सिस्टम की अनुमति प्राप्त करते हुये अनुमति में उल्लेखित शर्तो के अनुसार ही साउड सिस्टम लगायें एवं शर्तो का कडाई से पालन करें। समस्त डीजे/साउंड बाक्स संचालक झांकियों, स्वागत मंचो, जुलूस एंव आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार से 2 से अधिक बॉक्सों का प्रयोग नही करेंगे। साथ ही प्रयोग किये जा रहे स्पीकर बॉक्स 12 इंच व्यास से अधिक के नही होगे तथा उनका वॉल्यूम ज्यादा न रखा जावें। बॉक्सों के साथ चोंगों का प्रयोग बिल्कुल भी नही किया जावेगा । जुलूस /चुनरी यात्रा के दौरान वाहन में 2 साउंड बाक्स का ही प्रयोग किया जाये । एैसा किसी भी प्रकार का एनाउसमेंट न किया जावें, न ही एैसे गाने बजाये जायें जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हों ।
भंडारे के आयोजको की ली बैठक

इसके अलावा एसपी आदित्य प्रताप सिंह के निर्देश पर थाना स्तर पर भण्डारे का आयोजन करने वाले आयोजकों की बैठक ली गई। जिसमे सभी को कहा गया की एवं भण्डारे का आयोजन एैसे स्थान पर किया जाये जहॉ से यातायात बाधित न हो रहा हो। तथा उस स्थान के आसपास आवश्यकता अनुरूप वाहनो की पार्किग व्यवस्था हो। बैठक में बताया गया की प्रायः देखा गया है कि रोड किनारे भण्डारा करने से यातायात बाधित होता है जिससे आम नागरिकों को आवागमन मे असुविधा होती है।

ऐसी रहेगी यातायात व्यवस्था, डायवर्सन प्लान

1- कल नर्मदा जयंती के दिन शहर की ओर से ग्वारीघाट जाने वाले दो पहिया एवं चार पहिया वाहन अवधपुरी मोड़ से होते दशहरा मैदान गेट नम्बर 02 से होकर दशहरा मैदान में पार्क होंगे।

2- बिलहरी, तिलहरी भिटौली की ओर से आने वाले दो पहिया एवं चार पहिया वाहन गीताधाम के सामने के मैदान में पार्क होंगे।

3- नर्मदा जंयती के दिन ग्वारीघाट वाहनों से आने वाले सभी श्रद्धालुओं वापसी के समय भटौली विर्सजन कुण्ड,़ कालीधाम तिराहा होते हुए तिलहरी रोड एवं मण्ड़ला वाइपास रोड (नर्मदा पुल) होकर ही जायें।

4- नर्मदा जंयती के दिन मेट्रों बसें भीड़ को देखते हुए रेतनाका, बिगबाजार एवं ग्रेनेड़ चौक तक सवारियों को लेकर जा सकेंगी।

5- सभी प्रकार के आटो/आपे भीड़ को देखते हुए रेतनाका एवं बिगबाजार तक सवारियों को लेकर जा सकेगें।

6- तिलहरी तिराहा एवं मंण्ड़ला वाईपास (नर्मदा पुल) की ओर से कालीधाम तिराहा, भटौली कुण्ड़ से होते हुये कोई भी माल वाहक वाहन, 407, बड़े ट्रक, बसें आदि ग्वारीघाट की ओर जाना प्रतिबंधित रहेगा।

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