बस में सवार पीड़ित श्रद्धालु सरोज पुंज व पूनम ने बताया कि बीते शुक्रवार को एक टूरिस्ट बस किराए पर कर बनारस और मथुरा वृंदावन दर्शन के लिए निकले थे। बस में 60 लोग सवार थेजिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यह सभी नजदीकी रिश्तेदार थे जो पंजाब के लुधियाना, होशियारपुर और चंडीगढ़ के रहने वाले थे। शुक्रवार-शनिवार की रात वह दर्शन कर वापस लौट रहे थे। देर रात डेढ़ बजे के करीब बस में आग की लपटें दिखाई दीं। उन्होंने बताया कि वह आगे की सीट पर बैठी हुई थीं। किसी तरह स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उन्हें निकाल लिया गया।
टनास्थल पर मदद के लिए पहुंचे ग्रामीण साबिर,नसीम, साजिद, एहसान आदि ने बताया कि देर रात करीब 1:30 बजे एक चलती बस में उन्हें आग की लपटें दिखाई दीं। उन्होंने आवाज लगाकर चालक को बस रोकने को कहा लेकिन बस नहीं रुकी। फिर एक युवक ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर बस का पीछा किया और चालक को आग लगने सूचना दी। इसके बाद बस रुकी लेकिन तब तक बस में आग काफी तेज हो चुकी थी।
ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का भरसक प्रयास किया।साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी बहुत देर से पहुंची। तब तक बस में सवार लोग बुरी तरह झुलस चुके थेजिनमें आठ की मौत हो गई। तावडू सदर थाना पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भिजवाया। हादसे की सूचना मिलने के कुछ देर बाद पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया भी अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने बताया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है। करीब दो दर्जन घायल हैं। सभी को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया है। पुलिस कार्रवाई में जुटी है। इसके अलावा तावडू एसडीएम संजीव कुमार, तावडू सदर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार व डीएसपी आदि मौके पर पहुंचे। इस दौरान मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगने से जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद पूरी स्थिति को नियंत्रण में लिया।फिलहाल मृतकों की अभी पहचान नहीं हो पाई है।