आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि ईडी के लोग मेरे आवास पर सर्च वॉरेंट के नाम पर मुझे अरेस्ट करने आए हैं। सर्च वॉरेंट के नाम पर उनका उद्देश्य केवल मुझे गिरफ्तार करना है। मुझे ही नहीं मेरी पूरी पार्टी को तंग किया जा रहा है। उनका मकसद है केवल मुझे और मेरी पार्टी को तोड़ना है। आगे कहा कि मैं वादा करता हूं कि जो भी मेरे काम अधूरे हैं वो मेरी टीम, मेरी सरकार करवाएगी। मुझे पूरा यकीन है कि पहले जैसे हमें कोर्ट से इंसाफ मिला है वैसे ही फिर हमें इंसाफ मिलेगा। इसके बाद उन्होंने कहा कि 2016 से यह मुकदमा चल रहा है। जिसमें सीबीआई ने खुद कहा है कि किसी भी किस्म का कोई भी भ्रष्टाचार या लेन-देन नहीं हुआ है। मैं आप लोगों को यकीन दिलाता हूं कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया कि जिससे मैं शर्मिंदा रहूं।
अमानतुल्लाह पर हुई कार्रवाई पर क्या बोले सांसद संजय सिंह
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि जांच हो रही है या कॉमेडी। ध्यान से पूरा मामला पढ़िए। सीबीआई ने 2016 में वक्फबोर्ड के मामले में पर्चा दर्ज किया। अमानतुल्लाह को गिरफ्तार नहीं किया। छह साल के बाद फाइनल चार्जशीट दाखिल की गई। जिसमें कहा कि कोई आर्थिक अपराध नहीं हुआ। इसी मामले में 2020 में एसीबी और ईडी ने पर्चा दर्ज किया। एसीबी ने अमानतुल्लाह को गिरफ़्तार किया उनको जमानत मिली। उसमें भी कोर्ट ने कहा कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ। इसके बाद ईडी फिर भी नहीं मानी 2023 में आप विधायक के घर छापेमारी की। लेकिन यहां कुछ नहीं मिला। 2024 में 13 घंटे पूछताछ की फिर पूछताछ के लिए बुलाया तो विधायक ने सूचना दी कि मदर इन लॉ को कैंसर है। उनका ऑपरेशन हुआ है। मुझे कुछ समय दीजिए। लेकिन तानाशाह सरकार की निर्दयी ईडी छापेमारी के लिए पहुंच गई।