वॉशिंगटन। जैसे-जैसे इंसान तरक्की कर रहा है, उसके नतीजे और ज्यादा भयानक हो रहे हैं। भयानक इसकारण क्योंकि जो चीजें इंसान से छुपी थीं, उनका भी पता इंसान को लगने लगा है। आखिर इंसान के सामने कोई भी चीज राज जैसी नहीं रहेगी। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित मॉडल बनाया है, जो इंसान का डाटा लेकर उसके भविष्य के बारे में सटीक जानकारी दे सकता है, इसमें उसकी मौत का समय भी शामिल है। इस एआई मॉडल का नाम है, लाइफ2 वीईसी जिसे काफी ज्यादा मात्रा में डाटा के साथ तैयार किया गया है और इसके जरिए ये भविष्य का पता लगाता है। इस डेनमार्क और यूएस के वैज्ञानिकों ने मिलकर बनाया है। इस मॉडल को पहले 60 लाख डैनिश लोगों के डाटा दिए गए, जैसे जन्म की तारीख, स्कूल, शिक्षा, सैलेरी, हाउसिंग और स्वास्थ्य. इस आधार पर एआई मॉडल ने अंदाजा लगाया कि आगे क्या हो सकता है। इसके निर्माताओं का कहना है कि इस आधार पर लोगों की मौत का पता भी लगा सकता है। इस मॉडल को 35 से 65 साल के लोगों पर टेस्ट किया गया जिनमें से आधे लोग 2016 से 2020 के बीच मर चुके थे, तब इस मॉडल ने 78 फीसदी सटीक उत्तर देकर बता दिया कि कौन मरेगा और कौन जीएगा। उन्होंने बताया कि मॉडल को डेनमार्क के डाटा के आधार पर तैयार किया गया था, तब मुमकिन है कि ये दूसरे देशों के डाटा को सही ना जांच पाए। उन्होंने कहा कि इसतरह के मॉडल कंपनियों के हाथों में नहीं जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात ये है कि हमारे मॉडल का उपयोग किसी इंश्योरेंस कंपनी द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीमा कंपनियां इसी आधार पर लोगों के पैसे चुकाती हैं। फिलहाल ये मॉडल आम जनता के इस्तेमाल के लिए नहीं है।
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