गाजा के राफा इलाके में टैंक लेकर घुसे इजराइली सैनिक

मिस्र से सटे बॉर्डर पर कब्जा किया, 1 लाख फिलिस्तीनियों को निकाला जाएगा

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तेलअवीव। हमास के सीजफायर समझौते स्वीकार करने के बाद मंगलवार को इजराइल की सेना टैंक लेकर दक्षिणी गाजा के राफा इलाके में घुस गई। उसने मिस्र से सटी गाजा की सीमा पर कब्जा कर लिया है। इजराइल ने दावा किया है कि इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने 20 हमास लड़ाकों को मार गिराया। सैनिकों को इलाके में हमास की 3 सुरंगें मिली हैं।
हमास के साथ जंग में राफा इजराइली सेना के ऑपरेशन का आखिरी पड़ाव है। इजराइल ने इंटेलिजेंस के हवाले से दावा किया था कि हमास सीमा का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए करता है। राफा पर हमले से पहले इजराइल ने एक लाख फिलिस्तीनियों को इलाके से निकालने की बात कही है।

हमास ने सीजफायर कबूल किया लेकिन यह इजराइल को नामंजूर
इजराइल से जंग के 7 महीने बाद हमास ने मिस्र और कतर के सीजफायर के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। हमास ने सोमवार (6 मई) को इसे लेकर आधिकारिक बयान जारी किया। हमास के लीडर इस्माइल हानिए ने कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल-थानी और मिस्र की खुफिया एजेंसी से फोन पर बात की। उन्होंने दोनों से कहा कि वे इजराइल के साथ युद्धविराम के लिए उनकी शर्तों को स्वीकार कर रहे हैं। हमास ने कहा कि अब फैसला इजराइल के हाथ में है कि वह सीजफायर के लिए तैयार होता है या नहीं। हालांकि, इजराइल ने कहा है कि हमास जिन शर्तों पर तैयार हुआ उसे वो मंजूर नहीं है। इसके बाद इजराइल ने जंग के आखिरी फेज की शुरुआत करते हुए दक्षिणी गाजा के राफा पर हमले किए।

अमेरिका ने गोला-बारूद की सप्लाई रोकी
राफा में सैन्य अभियान की घोषणा करके नेतन्याहू ने एक बार फिर अमेरिका को नाराज कर दिया है। यही कारण है कि 7 अक्टूबर के हमले के बाद पहली बार अमेरिका ने इजराइल भेजे जाने वाले गोला- बारूद की खेप रोक दी है। इस खेप में मिसाइल समेत जंग से जुड़े कई सामान थे। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने नेतन्याहू से कहा था कि राफा में सैन्य अभियान से अमेरिका-इजराइल के संबंधों पर गलत असर पड़ेगा।

समझौता करवाने में जुटे हैं मिस्र, कतर और अमेरिका
मिस्र, कतर और अमेरिका साथ मिलकर हमास और इजराइल के बीच युद्धविराम करवाने की कोशिश कर रहे हैं। तीनों देशों ने शुक्रवार 26 अप्रैल को प्रपोजल पर बातचीत करने के लिए एक हाई-लेवल डेलिगेशन इजराइल भेजा था। इससे पहले कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद नवंबर में इजराइल-हमास के बीच पहली बार 4 दिन के लिए युद्धविराम हुआ था। इस दौरान हमास ने 112 बंधकों को रिहा किया था। वहीं इजराइल ने भी जेल में बंद 240 से ज्यादा फिलिस्तिनियों को छोड़ा था।

इजराइल ने हमास को दिया था आखिरी मौका
6 महीने की जंग में इजराइल ने राफा छोडक़र पूरे गाजा पर कब्जा कर लिया है। राफा पर हमले से पहले इजराइल ने हमास को समझौते का आखिरी मौका दिया था। इजराइल ने कहा था कि अगर हमास समझौता स्वीकार नहीं करता है, इजराइल राफा पर बड़ा हमला करेगा। इसी कारण मिस्र का डेलिगेशन दोनों पक्षों में समझौते करवाने को कोशिश कर रहा है। पिछले दिनों रिपोर्ट आई थी कि मिस्र बंधकों को छोडऩे के लिए हमास पर दबाव बनाने की तैयारी कर रहा है। दरअसल राफा मिस्र की बॉर्डर के पास है। इसलिए उसे डर है कि अगर इजराइली सेना राफा पर हमला करेगी, तो बड़ी संख्या में शरणार्थी मिस्र में घुसने की कोशिश करेंगे। इसी से बचने के लिए इजिप्ट का एक डेलिगेशन इजराइल और हमास के बीच शांति समझौते करवाने की कोशिश में जुटा है। इस समय 10 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनियों ने राफा शहर में पनाह ली हुई है।

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