चंद्रयान-3 जैसा ही कुछ नया करना चाहता है अमेरिका

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वॉशिंगटन। भारत ने जिस तरह से चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग की थी उसको लेकर पूरी दुनिया हैरान थी। इस कामयाबी को अब दूसरे देश में अपनाना चाहते हैं। शायद यही कारण है अमेरिका भी कुछ इसी तरह का करने जा रहा है। इस तरह की कामयाबी मिले इससे पहले अमेरिका का एक अंतरिक्ष यान (स्पेसक्राफ्ट) चांद की सतह पर एक सप्ताह तक तड़पने के बाद गुरुवार को गहरी नींद में सो गया। ओडीसियस नाम का ये स्पेसक्राफ्ट एक सप्ताह पहले ही लॉन्च किया गया था। यह एक प्राइवेट अमेरिकी कंपनी इंटुएटिव मशीन्स का स्पेसक्राफ्ट है। हालांकि चंद्रमा पर लैंड होते ही इसका एक पैर टूट गया और यह तिरक्षा हो गया। इसके बाद काफी कोशिशें की गईं लेकिन इसे खड़ा नहीं किया जा सका। आखिरकार धरती पर इसके कंट्रोलर ने इसे गुरुवार को सुला दिया। इंटुएटिव मशीन्स के प्रवक्ता जोश मार्शल के अनुसार, आखिरी समय में उठाए गए कुछ कदमों के चलते लैंडर की बैटरियां तेजी से खत्म होने लगी थीं। इसलिए इसके डेड होने से पहले उसे लंबे समय तक गहरी नींद में सुला दिया गया है। कंपनी ने एक्स पर लिखा, गुड नाइट, ओडी। हमें उम्मीद है कि हम आपसे फिर मिलेंगे। ओडीसियस को एक सप्ताह के मिशन के लिए चंद्रमा पर भेजा गया था। इसने उम्मीदों के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन किया। इंटुएटिव मशीन्स ने 22 फरवरी को ओडीसियस के लैंडर को सफलतापूर्वक चांद पर उतारा था। यह चंद्रमा पर उतरने वाली अमेरिका की पहली निजी कंपनी बन गई। इस उपलब्धि ने उन्हें जापान सहित उन कुछ देशों में शामिल कर दिया, जिन्होंने 1960 के दशक के बाद से ऐसी लैंडिंग पूरी की है। 11 घंटे की गड़बड़ी के बावजूद यह छह पैरों वाला स्पेसक्राफ्ट पिछले गुरुवार को सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर पहुंचा था। लेकिन इसकी लैंडिंग थोड़ी अजीब हुई। भारत के चंद्रयान-3 की तरह इसकी लैंडिंग एकदम सीधी नहीं हुई। यह झुका हुआ चांद पर उतरा जिससे यह किसी ऑपरेशन को अंजाम देने में कामयाब नहीं हो पाया।

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