चीन पर 100 फीसदी टैरिफ से अमेरिका को होगा सबसे ज्यादा नुकसान
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने कहा टैरिफ से अर्थव्यवस्था गहरे संकट में आ सकती है
वाशिंगटन। चीन और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर थमता नहीं दिख रहा है। अब अमेरिका ने चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इसके साथ ही अमेरिका पहुंचने वाले चीनी सामान पर अब कुल 245 फीसदी टैरिफ लगेगा। इससे पहले चीन ने अमेरिकी सामान पर 125 फीसदी टैरिफ लगा दिया था और डील के बावजूद वोइंग विमानों को लेने से इनकार कर दिया था। इससे अमेरिका बौखला गया और टैरिफ को 100 फीसदी कर दिया।
अमेरिका के बढ़े टैरिफ पर चीन ने कहा कि हम ट्रेड वॉर से नहीं डरते। चीन ने ली चेंगगांग के रूप में नए अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधि को तैनात किया है। यह कदम ट्रंप के उस बयान के बाद उठाया गया, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि टैरिफ गतिरोध को समाप्त करने के लिए समझौता करने की जिम्मेदारी अब चीन पर है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप के नए टैरिफ के कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा और आम लोगों को सामान की कीमतों में भारी रमम चुकानी पड़ेगी।
मीडिया रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि टैरिफ फेडरल रिजर्व के अनुमान से कहीं ज्यादा हैं, जो अर्थव्यवस्था को और गहरे संकट में धकेल सकते हैं। सर्वे में भी लोग और कारोबारी अर्थव्यवस्था की सेहत को लेकर डरे हैं। ट्रम्प प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण खनिजों के आयात पर जांच की घोषणा से टैरिफ वॉर की चिंताएं फिर बढ़ गई हैं। ब्रिटेन के एफटीएसएफ 100 में 0.3 फीसदी, जर्मनी के डीएएक्स में 0.7 फीसदी और फ्रांस के सीएसी 40 में 0.5 फीसदी की गिरावट आई है। चीन की पहली तिमाही में 5.4 फीसदी की आर्थिक वृद्धि के बावजूद हांगकांग का हेंग सेंग 1.9 फीसदी गिरा है। शंघाई कंपोजिट 0.3 फीसदी बढ़ा। जापान का नाइस 1 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.2 फीसदी गिरा। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।