मंत्रालय ने बताया कि ताइवान की सेना ने लड़ाकू विमानों, नौसेना के पोतों और भूमि-आधारित मिसाइल प्रणालियों के जरिए स्थिति पर नजर रखी। साथ ही जवानों को जवाब देने का काम सौंपा। गुब्बारे को लगभग 12,000 फीट ऊंचाई पर उड़ते हुए देखा गया।
बुधवार सुबह गायब
ताइवान में रक्षा मंत्रालय ने आगे कहा कि कीलुंग के 63 समुद्री मील उत्तर-पश्चिम में ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार करने के बाद मंगलवार को एक पीआरसी के गुब्बारे का पता चला। गुब्बारा पूर्व की ओर बढ़ रहा था और बुधवार तड़के गायब हो गया। गौरतलब है कि चीन आए दिन इस तरह की हरकतें करता रहता है। आए दिन चीनी सेना के विमान ताइवान के इलाके में घुसपैठ करते हैं, जिससे लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है।
क्या है विवाद?
चीन का दावा है कि ताइवान उसी का एक हिस्सा है, जो एक दिन फिर से चीन का हिस्सा होगा। वहीं, ताइवान खुद को एक आजाद देश मानता है, जिसका अपना संविधान है और वहां के लोगों की चुनी हुई सरकार वहां शासन करती है। बता दें कि ताइवान में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई हैं। ताइवान में 13 जनवरी, 2024 को वोटिंग होगी, जिसके लिए उम्मीदवारों ने अपना नामांकन कर दिया है।