मशहूर अभिनेता एवं जंपिंग जैक के नाम से इंडस्ट्री में पहचाने जाने वाले जितेंद्र का रिकार्ड आज तक सदी के महानायक यानि अमिताभ बच्चन से लेकर सलमान खान तक, कोई नहीं तोड पाया है। हिंदी सिनेमा के ये एक ऐसे इकलौते अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में 80 रीमेक फिल्मों में काम किया। उम्र के इस पड़ाव पर आकर आज भले ही वह फिल्मों से दूरी बना चुके हैं, लेकिन अपने दौर में उन्होंने इंडस्ट्री पर खूब राज किया है। उनके नाम एक खास तरह का रिकॉर्ड भी दर्ज हैं जिसे अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है। जितेंद्र ना सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपने डांसिंग और ड्रेसिंग स्टाइल को लेकर भी इंडस्ट्री में छाए रहे हैं। साथ ही ये इंडस्ट्री के इकलौते ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में 80 रीमेक फिल्मों में काम किया। जितेंद्र के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसके न उस दौर का कोई स्टार तोड़ पाया और न शाहरुख खान से लेकर सलमान खान। क्या आप जानते हैं कि कौन सा रिकॉर्ड जंपिंग जैक के नाम दर्ज है। जितेंद्र हिंदी सिनेमा के सदाबहार एक्टर माने जाते हैं। अपने डांसिंग स्टाइल और व्हाइट ड्रेस की वजह से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई। लेकिन सफलता के इस खास मुकाम तक पहुंचने के लिए एक्टर ने काफी संघर्ष किया है।
उनकी साल 1982 में उनकी फिल्म दीदार-ए-यार बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी। इस फिल्म के बाद उन्हें 2.5 करोड़ का नुकसान हुआ था। इसके बाद काफी वक्त तक वह हिट के लिए तरसते रहे लेकिन, श्रीदेवी के साथ उनकी फिल्म हिम्मतवाला ने उनके करियर को नई ऊंचाई दी इसके बाद जितेंद्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज के दौर में जहां अक्षय कुमार और अजय देवगन को रीमेक किंग कहा जाता है। वहीं एक दौर वो भी था जब ये टैग जितेंद्र को दिया गया था। 80 के दशक में उन्होंने कई साउथ और हॉलीवुड फिल्मों के हिंदी रीमेक में काम किया है। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर में 75 साउथ फिल्मों के रीमेक में काम किया है, इसके अलावा 5 ऐसी फिल्में भी रहीं जो हॉलीवुड का रीमेक थीं। अपने एक्टिंग करियर में एक्टर ने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। 200 फिल्मों में उन्होंने लीड किरदार निभाया, जिसमें उनकी लगभग 121 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं। सलमान खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन समेत आज के सारे एक्टर्स भले ही एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में देने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन जितेंद्र का ये रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है। जितेंद्र ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक तेलुगु फिल्ममेकर्स ने उनका करियर बनाया था। हिंदी फिल्मों में भी उन्हें अपने टैलेंट को साबित करने का चांस आसानी से नहीं था। काफी संघर्ष के बाद उन्हें एक्टिंग की दुनिया में अलग पहचान मिली थी।