नीमच में मंदिर में विश्राम कर रहे जैन मुनियों पर हमला, देश भर के जैन समाज में आक्रोश, वक्फ विरोध के बीच सरकार की बढ़ सकती है परेशानी

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नीमच। कुछ साल पहले महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। यह मुद्दा इतना उबला था कि अघाड़ी सरकार को जवाब देना मुश्किल हो गया था। ताजा मामला मध्यप्रदेश के नीमच का है जहां एक हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम कर रहे जैन मुनियों को करीब आधा दर्जन बदमाशों ने निशाना बनाया  और पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। इस घटना के बाद सोमवार को नीमच बंद का आह्वान किया गया है, इस घटना से देश भर का जैन समाज आक्रोशित है, देश में एक ओर जहां वक्फ बिल का विरोध सरकार की टेंशन बढ़ा रहा है तो वहीं इस घटना ने राज्य सरकार को बगलें झांकने पर मजबूर कर दिया है।

 

यह था मामला

नीमच के कछाला गांव के पास हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम कर रहे तीन जैन मुनियों पर बदमाशों ने हमला कर दिया। घटना रविवार सोमवार दरम्यानी रात की है, जब सिंगोली से नीमच जा रहे तीन जैन मुनि हनुमान मंदिर में विश्राम कर रहे थे। इसी दौरान छह बदमाश वहां पहुंचे। उन्होंने मुनियों से पैसे और सामान की मांग की। मुनियों ने बताया कि उनके पास कुछ नहीं है। इस पर बदमाशों ने मुनियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। एक मुनि ने बाइक सवार राहगीरों को रोककर मदद मांगी। राहगीरों ने आसपास के गांव के लोगों को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने दो बदमाशों को पकड़ लिया, जबकि चार फरार हो गए।

 

पूरे देश में उठेंगे विरोध के स्वर

फिलहार जैन मुनियों के दो हमलावर पुलिस गिरफ्त में हैं जबकि 4 अब तक फरार बताए जा रहे हैं। ऐसे में यह तय है कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो पूरे देश में जैन समाज के लोगों के सड़कों पर उतरकर विरोध किए जाने की संभावना प्रबल है। ऐसा होगा तो राजनीति भी जमकर होनी तय है। जिसके चलते इस घटना ने सूबे की सरकार के कान खड़े कर दिए हैं।

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