श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि श्रावण शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर आज सुबह 3 बजे भगवान वीरभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान को शुद्ध जल से स्नान, पंचामृत स्नान करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। आज के श्रृंगार की विशेषता यह रही कि बाबा महाकाल का राजसी स्वरूप में श्रृंगार कर भस्म आरती की गई। इस दौरान पूरा मंदिर जय श्री महाकाल की गूंज से गूंजायमान हो गया।
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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज श्रावण शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर रविवार को बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को राजसी स्वरूप में दर्शन दिए, जिसके लिए वे तड़के 3 बजे जागे। भस्म आरती के पहले वीरभद्र और मानभद्र से आज्ञा लेकर घंटी बजाकर सबसे पहले चांदी द्वार खोला गया। सबसे पहले गर्भग्रह में भगवान का जलाभिषेक और पूजन दर्शन कर श्रृंगार किया गया, फिर भस्म आरती की गई।