बस-ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से ट्रांसपोर्ट सिस्टम हुआ ठप, पेट्रोल पंप पर लगी लंबी लाइनें

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार के हिंट एंड रन कानून के विरोध में देशभर में ट्रक और डंपर चालकों ने चक्का चाम कर दिया। कानून को गलत बताने के साथ ही ट्रक और डंपर चालकों ने इसे वापस लेने की मांग करते हुए हड़ताल पर चले गए। इससे मुंबई, इंदौर से लेकर दिल्ली-हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर ट्रक चालकों ने अपने-अपने ट्रक सड़कों पर खड़े कर मार्ग जाम कर दिया। तमाम पेट्रोल पंपों में वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लगीं रहीं और लोग परेशान होते रहे।
केंद्र सरकार ने यातायात अपराध पर लगाम लगाने नए कानून बनाए हैं, जिनके तहत अगर कोई ट्रक या डंपर चालक किसी को कुचलकर भाग जाता है तो उसे 10 साल की जेल होगी। इसके साथ ही 7 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। पहले इस मामले में कुछ ही दिनों में आरोपी ड्राइवर जमानत पाकर बाहर निकल आता था, यह अलग बात है कि इस कानून के तहत अपराधी को दो साल की सजा का भी प्रावधान था, लेकिन बचाव की स्थिति ज्यादा बनती थी, जिससे अपराध का ग्राफ बढ़ता देखा गया है।
नए कानून को लेकर ट्रक चालकों में सबसे ज्यादा गुस्सा देखा गया है। सरकार के फैसले के बाद ट्रक चालकों ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा है, कि यह कानून सरासर गलत है। इसे सरकार को वापस लेना होगा। मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक 3 क्षेत्र में भी ट्रक ड्राइवर्स ने वाहन खड़े कर मार्ग में जाम लगा दिया। सड़कों पर उतरे लोगों ने जमकर नारेबाजी की। पुलिस की समझाइश पर ड्राइवरों ने बाद में अपने वाहन हटा दिए।
एमपी में भी रहा चक्का जाम
मध्य प्रदेश के इंदौर समेत अन्य शहरों से भी जाम की खबरें मिली हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर समेत अन्य अनेक शहरों में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल का असर पेट्रोल पंप पर देखा गया। यहां पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। बताया गया है कि ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल तीन दिनी है इसे लेकर सभी ने चिंता जाहिर की है। दरअसल इसकी वजह से ईंधन पेट्रोल पंप तक नहीं पहुंच पाएगा और तमाम खाद्य सामग्री नहीं पहुंच पाएगी। इस आशंका के चलते पेट्रोल पंपों में लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं और अनेक पेट्रोल पंप में पेट्रोल खत्म हो गया। यहां कलेक्टर पेट्रोल सप्लाई सामान्य रखने की बात भी करते देखे गए हैं।
महाराष्ट्र में भी हड़ताल का असर
दिल्ली और मध्य प्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भी हड़ताल का असर दिखाई दिया है। यहां केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कानून का जमकर विरोध हुआ और जगह-जगह प्रदर्शन भी हुआ। हड़ताल के चलते सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिला है।
राजस्थान में भी प्रदर्शन
इस हड़ताल के चलते राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में भी ट्रक और बस ड्राइवर सड़कों पर उतरे। उन्होंने हाईवे जाम कर दिया और केंद्र के कानून का जमकर विरोध किया। इसके हड़ताली ट्रक एवं डंपर ड्राइवर जिला कलेक्ट्रेट पहुंच, अपनी मांग रखी और नहीं माने जाने पर सरकार और प्रशासन को कड़ी चेतावनी भी दी।
कांग्रेस ने भी नए कानून को गलत बताया
कांग्रेस के नेता एवं पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि नया कानून जन विरोधी और संविधान विरोधी है। उन्होंने कहा कि नया कानून वाहन चालकों के मूल अधिकारों का हनन है। एक तरफ पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकर ने राजस्थान में ड्राइवरों के हित में कानूनी प्रावधान लाया था, जिसमें दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। ऐसे प्रावधान किए थे कि अगर कोई गाड़ी ड्राइवर किसी घायल को अस्पताल पहुंचाता है तो उस गाड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने संसद में हाल ही में हिट एंड रन विधेयक पास किया है। इस विधेयक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी भी मिल गई है। इस प्रकार भारतीय न्याय संहिता के तहत इसे नया कानून का दर्जा मिल चुका है। परेशानी इस नए कानून में जोड़े गए नये प्रावधान से है, जिनका कि अब देशभर में विरोध हो रहा है। इसके मुताबिक हिट एंड रन केस में अगर ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद फरार होता है और हादसे में किसी की मौत होती है तो ड्राइवर को दस साल की कैद और 7 लाख रुपये तक का जुर्माना भरना होगा।

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