पोखरण में भारत शक्ति अभ्यास… भारत में बने हथियारों ने भारत-पाक बॉर्डर पर दिखाई ताकत…

100 ड्रोन ने एक साथ किया हमला, मोदी बोले- ये नए भारत की शक्ति, हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों की ये गर्जना ही तो देश की ताकत है

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जैसलमेर। एशिया की सबसे बड़ी फील्ड फायरिंग रेंज में मंगलवार को तीनों सेनाओं ने भारत शक्ति युद्धाभ्यास के जरिए भारत में बने हथियारों की ताकत दिखाई। इस युद्धाभ्यास को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जैसलमेर जिले के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में पहुंचे। युद्धाभ्यास में ध्रुव हेलिकॉप्टर भारतीय सेना के कमांडों को दुश्मनों के ठिकानों तक ले गया और वहां जवानों ने आतंकियों का खात्मा किया। वहीं, तेजस विमान ने दुश्मन के टैंकों पर हमला बोलकर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। इसके साथ ही पिनाका मिसाइल, नाग मिसाइल, मल्टि यूटिलिटी व्हीकल और ड्रोन हमलों से दुश्मन के ठिकानों पर हमले किए गए। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि आसमान में यह गर्जना, जमीन पर जांबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता विजय घोष नए भारत का आहवान है। आज हमारा पोकरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मगौरव का साक्षी बना है। यही पोकरण है जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है। यहीं पर आज हम स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम देख रहे हैं। भारत शक्ति का यह उत्सव शौर्य की भूमि राजस्थान में हो रहा है, लेकिन इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। कल ही भारत ने लंबी दूरी की क्षमता वाली अग्नि मिसाइल का परीक्षण किया है। दुनिया के बहुत कम देशों के पास इस तरह की आधुनिक टेक्नोलॉजी है।

पिछली सरकारों ने ऑर्डनेंस फैक्ट्री को बर्बाद किया

मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश पर दशकों तक शासन किया, उन्होंने देश की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। पहला घोटाला ही सेना की खरीदी में किया। 2014 में रक्षा सौदों में घोटालों की चर्चा होती थी। सेना के पास गोला-बारूद नहीं होने की चिंताएं सामने आती थीं। उन्होंने हमारी ऑर्डनेंस फैक्ट्री को बर्बाद कर दिया। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को बर्बाद कर दिया, हमने उसे सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली कंपनी बना दिया। वे वीर बलिदानों के लिए एक राष्ट्रीय स्मारक भी नहीं बनवा पाए। पहले की सरकार हमारी सीमाओं पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने से डरती थी, आज एक से एक रोड बन रहे हैं।

पांचवी पीढ़ी के फाइटर विमान भारत में बनेंगे

मोदी ने कहा कि जिन हथियारों का इस्तेमाल जवान करते हैं, यदि वे देश में बने हों तो उन्हें पता होता है कि यह हथियार कभी कम नहीं पड़ेंगे। कुछ दिन पहले ही कैबिनेट ने फैसला लिया है कि पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान भी हम भारत में ही डिजाइन, डेवलप और मेनुफेक्चर करने वाले हैं। भविष्य में भारत का डिफेंस सेक्टर बहुत बड़ा होने वाला है। भारत डिफेंस सेक्टर में भी निर्यातक बनता जा रहा है।

150 डिफेंस स्टार्टअप को 1800 करोड़ का ऑर्डर

मोदी ने कहा कि 10 साल में 6 लाख करोड़ के रक्षा उपकरण स्वदेशी कंपनियों से खरीदे गए। इन 10 सालों में देश का रक्षा उत्पादन दोगुना से भी ज्यादा यानी एक लाख करोड़ से भी ज्यादा हो चुका है। इसमें नौजवान अहम भूमिका निभा रहे हैं। पिछले 10 सालों में 150 से ज्यादा डिफेंस स्टार्टअप शुरू हुए हैं। सेना ने 1800 करोड़ का ऑर्डर इन्हें देने का फैसला किया है।

 

 

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