भोपाल। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से भोपाल में इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े प्रोजेक्ट पर असर पड़ेगा। जो प्रोजेक्ट अंतिम दौर में हैं, उनका लोकार्पण चुनाव के बाद ही होगा। इनमें गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक फ्लाई ओवर, सर्वधर्म ब्रिज शामिल हैं। वहीं, मेट्रो का कमर्शियल रन भी एक-दो महीने आगे बढ़ सकता है। अब तक इसकी डेटलाइन मई-जून थी, लेकिन इस अवधि में वोटिंग-काउंटिंग होगी। राजधानी में अभी बड़े प्रोजेक्ट मेट्रो, कोलार सिक्सलेन, जीजी फ्लाई ओवर, सर्वधर्म ब्रिज, ऐशबाग आरओबी पर काम चल रहा है। इनमें से जीजी फ्लाई ओवर, सर्वधर्म ब्रिज अंतिम दौर में है, जबकि मेट्रो के कमर्शियल रन की तैयारी भी की जा रही है।
16 मार्च से चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई है। इससे करीब ढाई महीने तक नए कार्यों का भूमिपूजन नहीं हो सकेगा और न ही लोकार्पण कार्यक्रम होंगे। इसलिए राजधानी के कई प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सकेंगे।जिन निर्माण कार्यों का भूमिपूजन हो चुका है, उनकी शुरुआत हो रही है। करीब 100 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन आचार संहिता से दो-तीन दिन पहले ही हुआ था। आचार संहिता लागू होने से पहले मंत्री, विधायक, महापौर, निगम अध्यक्ष समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने निर्माण कार्यों का ताबड़तोड़ भूमिपूजन और लोकार्पण किया था। इनमें से कई कामों की शुरुआत भी हो गई है। आचार संहिता के चलते नए काम का भूमिपूजन नहीं हो सकेगा।
मई-जून में कमर्शियल रन करने का टारगेट
पिछले साल अक्टूबर में सुभाष नगर डिपो से एम्स के बीच करीब 6 किलोमीटर के प्रॉयोरिटी रूट पर ट्रायल रन करने के बाद मई-जून में कमर्शियल रन करने का टारगेट है, लेकिन आचार संहिता और स्टेशनों के काम बाकी होने से यह डेटलाइन आगे बढ़ सकती है। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों की माने तो मई-जून की जगह जुलाई-अगस्त में कमर्शियल रन हो सकता है। तब तक एम्स, अलकापुरी और डीआरएम ऑफिस मेट्रो स्टेशनों का काम पूरा हो जाएगा।अभी रेलवे ट्रैक और डीआरएम ऑफिस के पास चौराहे पर स्टील ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं। इनमें से डीआरएम ऑफिस के पास चौराहे पर ब्रिज बनाने की शुरुआत हो चुकी है। रेलवे ट्रैक के ऊपर ब्लॉक मिलने के बाद ब्रिज का काम हो सकेगा। अभी रेलवे ने ब्लॉक की परमिशन नहीं दी है।
विनोद / 19 मार्च 24