Bihar Bridge Collapsed: सारण में 24 घंटे के अंदर तीसरा पुल गिरा, तेज बहाव नहीं झेल पाया गंडक नदी पर बना ब्रिज
सारण। सारण में पुल ध्वस्त होने का सिलसिला जारी है। 24 घंटे के अंदर तीसरा पुल ध्वस्त हो गया। बनियापुर के दो पंचायतों सरेया और सतुआ को जोड़ने वाला पुल अनियमितता का भेंट गया है। दोनों पंचायतों के दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। इस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह पुल सतुआ पंचायत और सरैया पंचायत को जोड़ने वाला मुख्य पुल था। पुल के दोनों तरफ ग्रामीण खेती करते हैं। साथ ही इंटर कॉलेज होने के चलते सरेया के छात्र छात्राओं को विद्यालय जाने के लिए एकमात्र यही सहारा था। पुल टूटने और नदी में पानी होने से लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना होगा। हादसे के बाद सारण के डीएम ने कहा कि जिले में इन छोटे पुलों के ढहने का कारण जानने के लिए उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।
पानी का तेज बहाव नहीं झेल पाया पुल
ग्रामीणों के अनुसार, गंडकी नदी पर इस पुल का निर्माण पांच वर्ष पूर्व स्थानीय मुखिया के निजी कोष से हुआ था। नदी में सफाई कार्य के बाद पुल के किनारे और पाया के पास की मिट्टी कम होने और पानी के तेज बहाव होने के कारण पुल टूट गया। लगभग दस किलोमीटर दूर लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार में बुधवार को दो पुल टूटने की घटना हुई थी। सारण जिले में गंडक नदी पर महज 24 घंटे के अंदर सारण जिले का तीसरा पुल टूटने का मामला सामने आया है। लगातार पुल टूटना सारण सहित पूरे बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल पुल टूटने से बनियापुर के सतुआ और सरेया पंचायत के ग्रामीणों को आवागमन प्रभावित हो गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, गंडकी नदी पर इस पुल का निर्माण पांच वर्ष पूर्व स्थानीय मुखिया के निजी कोष से हुआ था। नदी में सफाई कार्य के बाद पुल के किनारे और पाया के पास की मिट्टी कम होने और पानी के तेज बहाव होने के कारण पुल टूट गया। लगभग दस किलोमीटर दूर लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार में बुधवार को दो पुल टूटने की घटना हुई थी। सारण जिले में गंडक नदी पर महज 24 घंटे के अंदर सारण जिले का तीसरा पुल टूटने का मामला सामने आया है। लगातार पुल टूटना सारण सहित पूरे बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल पुल टूटने से बनियापुर के सतुआ और सरेया पंचायत के ग्रामीणों को आवागमन प्रभावित हो गया है।
एक ही दिन में दो पुल ध्वस्त
इससे पहले सारण जिले के ही लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार के पास गंडक नदी पर बने पुल के धराशाही होने के कुछ ही घंटे बाद एक और पुल ध्वस्त होने की खबर से सभी लोग स्तब्ध हो गए थे। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्या कारण है कि एक ही दिन में महाराजगंज के विभिन्न गांवों को जोड़ने वाली नदी पर बने पुल के गिरने के बाद सारण जिले के जनता बाजार थाना क्षेत्र में दो पुल लगातार ध्वस्त हो गए। ढोढ़नाथ मंदिर के समीप पुल गिरने के बाद जनता बाजार थाना क्षेत्र के गंडक नदी पर दंदासपुर जंगलविलास टोला स्थित ब्रिटिश जमाने का बना पुल भी ध्वस्त हो गया है।
इससे पहले सारण जिले के ही लहलादपुर प्रखंड के जनता बाजार के पास गंडक नदी पर बने पुल के धराशाही होने के कुछ ही घंटे बाद एक और पुल ध्वस्त होने की खबर से सभी लोग स्तब्ध हो गए थे। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर क्या कारण है कि एक ही दिन में महाराजगंज के विभिन्न गांवों को जोड़ने वाली नदी पर बने पुल के गिरने के बाद सारण जिले के जनता बाजार थाना क्षेत्र में दो पुल लगातार ध्वस्त हो गए। ढोढ़नाथ मंदिर के समीप पुल गिरने के बाद जनता बाजार थाना क्षेत्र के गंडक नदी पर दंदासपुर जंगलविलास टोला स्थित ब्रिटिश जमाने का बना पुल भी ध्वस्त हो गया है।
पिछले 16 दिन में 10 पुल ढह गए
इससे पहले बुधवार को सीवान में बैक टू बैक तीन पुल ध्वस्त हो गए थे। लगातार बारिश के कारण कुछ ही घंटों में तीन पुल गिरने से कई गांवों के बीच संपर्क टूट गया है। पहली घटना महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा गांव और देवरिया गांव के बीच की है। गंडक नदी पर बना 35 साल पुराना पुल का का एक पाया धंसने लगा। देखते ही देखते पुल गंडक नदी में समा गया। दूसरी घटना महाराजगंज प्रखंड के तेवथा पंचायत की है। नौतन और सिकंदरपुर गांव के गंडक नदी पर बना पुल गिर गया। वहीं तीसरा पुल धीमही गांव में गंडक नदी में बना था। यह भी धाराशायी हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले इस पुल की मरमत भी हुई थी। उसके बाद भी यह पुल टूट गया है। पानी के तेज बहाव के कारण बताया जा रहा है। हादसे के बाद कई गांव के बीच आवागमन बाधित हो गया है। बता दें कि पिछले 16 दिनों में सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल मिलाकर 10 पुल ढह गए।
इससे पहले बुधवार को सीवान में बैक टू बैक तीन पुल ध्वस्त हो गए थे। लगातार बारिश के कारण कुछ ही घंटों में तीन पुल गिरने से कई गांवों के बीच संपर्क टूट गया है। पहली घटना महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा गांव और देवरिया गांव के बीच की है। गंडक नदी पर बना 35 साल पुराना पुल का का एक पाया धंसने लगा। देखते ही देखते पुल गंडक नदी में समा गया। दूसरी घटना महाराजगंज प्रखंड के तेवथा पंचायत की है। नौतन और सिकंदरपुर गांव के गंडक नदी पर बना पुल गिर गया। वहीं तीसरा पुल धीमही गांव में गंडक नदी में बना था। यह भी धाराशायी हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले इस पुल की मरमत भी हुई थी। उसके बाद भी यह पुल टूट गया है। पानी के तेज बहाव के कारण बताया जा रहा है। हादसे के बाद कई गांव के बीच आवागमन बाधित हो गया है। बता दें कि पिछले 16 दिनों में सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल मिलाकर 10 पुल ढह गए।