लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 5000 अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को,अफ्रीका के देश रवांडा भेजने का फैसला किया है। 5000 भारतीय अवैध रूप से ब्रिटेन में रह रहे थे। उन्होंने शरणार्थी का दर्जा पाने के लिए आवेदन किया था।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इसे ना मंजूर कर दिया है। 1 जनवरी 2022 के बाद से अवैध रूप से जो भी लोग ब्रिटेन पहुंचे हैं। ब्रिटेन सरकार द्वारा उन्हें शरणार्थी का दर्जा नहीं दिया जा रहा है। नाही ब्रिटेन सरकार उन्हें अपने देश में रखना चाहती है। ब्रिटेन में रह रहे यह 5253 भारतीयों मे 60 फीसदी से अधिक 18 से 29 साल के बीच के हैं। इंग्लिश चैनल को नावों के जरिए पार करके यह लोग ब्रिटेन पहुंचे थे। अवैध रूप से ब्रिटेन भेजने वाले एजेटों ने इन युवाओं से लाखों रुपए वसूल किए थे। भारत सरकार से कोई सहायता इन्हें नहीं मिली। इसके बाद ब्रिटेन सरकार ने 5000 से अधिक भारतीयों को रवांडा भेजने का फैसला किया है।
ब्रिटेन सरकार रवांडा की सरकार को प्रति शरणार्थी 63 लाख रुपए अदा करेगी। ब्रिटेन में सभी देशों के जो शरणार्थी रह रहे थे। उसके लिए ब्रिटेन की सरकार ने 18900 करोड रुपए रवांडा की सरकार को दिए हैं। रवांडा 2009 में राष्ट्रमंडल में शामिल हो गया है। भारत सरकार ने अभी तक अपने नागरिकों को भारत वापस लाने के लिए कोई पहल नहीं की है। जिसके कारण अब यह रवांडा में रहने के लिए मजबूर होंगे।