बनिए का बेटा हूं, हिसाब-किताब लेकर आया हूं…जबलपुर में जमकर बरसे केंद्रीय मंत्री अमित शाह
पश्चिम विधानसभा में सभा तो उत्तर- पूर्व विधानसभा में किया रोड़ शो
जबलपुर । विधानसभा चुनाव प्रचार-प्रसार के आखिरी दौर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज मंगलवार को जबलपुर पहुंचे । जनसभा को संबोधन करने के दौरान उन्होंने कहा कि बनिए का बेटा हूं, हिसाब-किताब लेकर आया हूं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मप्र को कांग्रेस का एटीएम बना कर रखा था। उन्होंने कहा कि जबलपुर 1857 की क्रांति और मुगलों के खिलाफ लड़ाई का बड़ा केंद्र रहा है। यही जबलपुर है, जहां रघुनाथ और शंकर शाह हंसते-हंसते तोप के सामने खड़े हो गए। वहीं रानी दुर्गावती ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए। अमित शाह ने जबलपुर से अपना जुड़ाव बताते हुए कहा कि मैंने युवावस्था में जबलपुर में 11 दिन तक पिसनहारी की धर्मशाला में रहकर रघुनाथ और शंकर शाह के इतिहास पर शोध किया था ।
बेटों का बनाना चाह रहे मुख्यमंत्री
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह चुनाव परिवारवादी कांग्रेस और भारत को समृद्ध बनाने वाले नरेंद्र मोदी के शासन के बीच है। ये चुनाव दो खेमों के बीच है। एक खेमा कांग्रेस का है, जिसमें कमलनाथ और बंटाढार अपने-अपने बेटों को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती है। बेटे-बेटी को कुर्सी दिलाने वाली कांग्रेस मप्र का क्या भला करेगी । एक ओर परिवारवादी और भ्रष्टाचारी कांग्रेस पार्टी है, जिसे अपने बेटे-बेटी का भविष्य बनाना है ।
हर जगह देखी भाजपा की लहर
अमित शाह ने कहा कि दूसरी ओर, 9 वर्ष में भारत को समृद्ध-शक्तिशाली और शांत-सुरक्षित बनाने वाला नरेंद्र मोदी का शासन है। हर जगह भाजपा की लहर देखी, फिर सरकार बनेगी । उन्होंने कहा कि मैं चंबल-ग्वालियर गया, सागर गया, भोपाल गया। जबलपुर दूसरी बार आया हुं। मैंने हर जगह भाजपा की लहर देखी है। ये तय है कि 3 दिसंबर को प्रचंड बहुमत के साथ यहां फिर से भाजपा सरकार बन रही है ।
मप्र का भला नहीं कर सकती ये जोड़ी
अमित शाह ने कहा कि 5-5 पीढ़ी से कांग्रेस पार्टी को अपने परिवार का गढ़ बनाए ये गांधी परिवार और कमलनाथ, दिग्विजय की जोड़ी मप्र का भला नहीं कर सकती। ये जबलपुर का विकास नहीं कर सकते। ये विकास का काम कभी नहीं कर सकते। देश को सुरक्षित करना हो, देश को समृद्ध करना हो या देश का सम्मान चंद्रमा तक पहुंचाना हो। कुछ भी करना हो तो केवल भाजपा कर सकती है ।