रांची। झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। 5 फरवरी को करीब 2 बजे हुई वोटिंग में पक्ष में 47 तो विपक्ष में 29 वोट पड़े। इससे पहले चंपई ने विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था। चर्चा के लिए एक घंटे 10 मिनट का समय निर्धारित किया गया था।
23 मिनट के भाषण में हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और भाजपा को तीखे लहजे में जवाब दिया। कहा कि देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया। लगता है इसमें राजभवन शामिल है। जमीन हड़पने का कागज दिखा दीजिए, राजनीति तो दूर झारखंड छोड़ दूंगा।
इस बीच, सोमवार को ही झारखंड हाईकोर्ट में हेमंत सोरेन की याचिका पर सुनवाई हुई। 9 फरवरी को ईडी की ओर से हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया जाएगा। 12 फरवरी को अगली सुनवाई होगी। हेमंत सोरेन की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी गई है।
हेमंत सोरेन ने ईडी-सीबीआई-आईटी को लेकर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह झारखंड है, यह देश का एक ऐसा राज्य है जहां हर कोने में आदिवासी-दलित वर्गों से अनगिनत सिपाहियों ने अपनी कुर्बानी दी है। ED-CBI-IT जो देश की विशेष और काफी संवेदनशील व्यवस्थाएं कही जाती हैं… जहां करोड़ों रुपए डकार कर इनके सहयोगी विदेश में जा बैठे हैं, उनका एक बाल बांका करने की इनके पास औकात नहीं है। इनके पास औकात है तो देश के आदिवासी दलित-पिछड़ों और बेगुनाहों पर अत्याचार करना… अगर है हिम्मत तो सदन में कागज पटक कर दिखाए कि यह साढ़े 8 एकड़ की ज़मीन हेमंत सोरेन के नाम पर है, अगर हुआ तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा।
झारखंड विधानसभा में अभी ऐसा है गणित
झारखंड विधानसभा में कुल 81 सदस्य हैं। इनमें से एक सीट फिलहाल खाली है। एक विधायक बीमार होने की वजह से फ्लोर टेस्ट में शामिल नहीं हुए हैं। विधानसभा में 79 विधायक हैं, जिसके बाद बहुमत का आंकड़ा 40 हो गया है। पार्टी के अनुसार सीटों की बात करें तो झामुमो के 29, कांग्रेस के 17, राजद के एक, सीपीआई (एमएल) के एक समेत सत्ताधारी गठबंधन में कुल 48 विधायक हैं। वहीं भाजपा के 26, आजसू के 3, एनसीपी (एपी) एक और दो निर्दलीय विधायक हैं। ऐसे में विपक्ष का आंकड़ा कुल 32 है।