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नई दिल्ली। उत्तर पश्चिम भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में होली के दिन शुक्रवार को लोगों को रंग और गुलाल ही तरबतर नहीं करेंगे, बल्कि आसमान से बरसने वाली बौछारें भी भिगोएंगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की चोटियों पर बारिश के साथ भारी हिमपात होने की संभावना है। वहीं, गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल और झारखंड से लेकर ओडिशा तक अगले चार दिनों के दौरान पारा चढ़ेगा और कुछ जगहों पर लू भी चल सकती है। हालांकि, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, 14 मार्च को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और चोटियों पर बर्फबारी होने की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। बुधवार को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.7 डिग्री अधिक है। एक दिन पहले जोधपुर, चित्तौड़गढ़, सिरोही, डूंगरपुर और पाली में भी अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। मौसम विभाग ने कहा कि 13 मार्च को गुजरात भीषण गर्मी के साथ लू चलने की संभावना है। 13 और 14 मार्च को विदर्भ में, 13-16 मार्च के दौरान ओडिशा में; 14-16 तारीख के दौरान झारखंड में और 16 मार्च को गंगीय पश्चिम बंगाल में भीषण गर्मी पड़ने और अलग-अलग स्थानों पर लू चलने संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 48 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। उसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है।