अब अपनी हालत और ‘INDIA’ की मीटिंग पर खुद बोले सीएम नीतीश कुमार; दोनों मुद्दे पर विपक्ष था हमलावर

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पटना। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्तता के नाम पर इंडी एलायंस से दूरी बनाए रखने वाली कांग्रेस पार्टी ने करारी हार के तत्काल बाद छह दिसंबर को दिल्ली में इस गठबंधन की बैठक का ऐलान किया था। ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन के बाद जब इस विपक्षी एकता के सूत्रधार नीतीश कुमार ने इससे दूरी बना ली तो बैठक को रद्द करने की घोषणा हुई। बाद में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 17 दिसंबर की तारीख के साथ यह भी बताया कि ‘इसमें सब आएंगे।’ लालू की घोषणा के अगले दिन अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मुंह खोला। उन्होंने 17 दिसंबर की बैठक में जाने की न केवल घोषणा की, बल्कि इसके लिए ताकत झोंकने का भी ऐलान किया। पांच दिसंबर को कैबिनेट मीटिंग के पहले कई दिनों से बीमारी के नाम पर मुख्यमंत्री आवास से नहीं निकल रहे नीतीश ने मंगलवार को बिहार के विपक्षी दलों के सवालों का जवाब भी दिया। स्वास्थ्य की हकीकत भी बताई।

हम तो चाहते ही हैं कि तेजी से सब लोक काम करे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते है कि इंडी गठबंधन का काम आगे बढ़े। बहुत तेजी से जल्दी से जल्दी सब बात हो जाए। हम तो बीमार थे। हमको बुखार हो गया था, इसलिए मीटिंग में नहीं जा पाए। बाद में जब आगे भी मीटिंग होता तो हम नहीं जाएंगे क्या? ऐसा संभव है? हम तो चाहते ही हैं कि तेजी से सब लोक काम करे। अगला मीटिंग में हम फिर कहेंगे सब से कि बहुत तेजी से आपस में थोड़ा बात करके आपस में सबकुछ तय कर लीजिए। अब देर मत कीजिए। आप देख रहे हैं कि हम एक साल से कितना कोशिश कर रहे हैं। बाकी बीच में चुनाव होता है तो सब पार्टी लड़ने लगता है।

अभी जो पावर में हैं, वह देश का इतिहास बदल रहे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे बारे में बिना मतलब के कहा जाता है कि हम चाहते हैं। मैं स्पष्ट कह रहा हूं कि हमको कुछ नहीं चाहिए। हम तो चाहते हैं कि सब लोग एकजुट होकर लड़े। हम देश हित में चाहते हैं। जो लोग अभी पावर में हैं, पूरा का पूरा इतिहास बदल रहे हैं। हम तो चाहते हैं सब एकजुट हों और जो आजादी की लड़ाई लड़ी गई उसको कोई भूले नहीं। हम इतना दिन तक सेवा नहीं किए क्या? हम चाहते हैं सबलोग एकजुट होकर लड़े।

अगर केंद्र सरकार जाति गणना कराती तो फायदा होता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमको हल्का सा बुखार हो गया था। तापमान 100 भी नहीं पहुंचा था। सर्दी और खांसी था इसलिए आराम कर रहे थे। हम तो राज्य के हित में काम कर रहे हैं। देश के हित में सबलोग (इंडी गठबंधन) एकजुट होकर काम कर रहे हैं। जातीय आधारित गणना पर कहा कि हमने जाति और आर्थिक सर्वे करवाया। पता चला कि अपर कास्ट समेत हर कास्ट में गरीबी है। हमने गरीब परिवार को दो-दो लाख तक का सहायता दे रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जाति गणना और आर्थिक सर्वे कराती तो देश को कितना फायदा होता है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो कितना अच्छा रहता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो कितना अच्छा रहता। बिहार बहुत आगे बढ़ा रहता है। बिहार का लोग कितना ज्यादा दूसरे जगह जाकर सेवा करता है। यहां के लोगों का स्वभाव कितना अच्छा है। हम तो चाहते हैं कि देश के हित में काम अच्छा हो जाए तो सभी लोग आजादी के साथ अच्छा काम करेगा।

पहली बार सीएम नीतीश कुमार और अमित शाह आमने-सामने होंगे
पूर्वीय क्षेत्रीय विकास परिषद बैठक के बारे में नीतीश कुमार ने कहा कि उसमें तो हम सबलोग रहेंगे। वह तो परंपरा है, उसमें तो सभी लोग रहेंगे। 10 दिसंबर को बैठक है, सभी लोग रहेंगे। बता दें कि इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हो रहे हैं। एनडीए गठबंधन से अलग होने के बाद पहली बार सीएम नीतीश कुमार और अमित शाह आमने-सामने होंगे।

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