मालदीव से भारत आए इंदौर के दंपति निकले कोरोना संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग ने मप्र में जारी किया अलर्ट, संदिग्ध मरीजों पर खास नजर
इंदौर। मालदीव से भारत आए इंदौर के दंपति कोरोना के नए वेरियंट से ग्रसित पाए गए हैं। इस खबर के बाद स्वास्थ्य महकमें में हडकंप मच गया है। पूरे मप्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पति-पत्नी हाल ही में मालदीव से इंदौर लौटे हैं, जो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अब कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि होते ही दंपति को तत्काल होम आइसोलेशन में रखा गया है। बता दें कि इन दिनों कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 के कारण देशभर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। खासकर विदेश यात्रा से लौट रहे लोगों पर खास ध्यान रखा जा रहा है, ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके। इसके अलावा संदिग्ध मरीजों पर भी तगड़ी नजर रखी जा रही है। इंदौर में पति-पत्नी के कोरोना संक्रमित पाए जाने से स्वास्थ्य महकमे में खलबली सी मच गई। तत्काल दोनों पॉजिटिव को होम आइसोलेट कर दिया गया, ताकि कोविड-19 के फैलाव पर लगाम लगाई जा सके। जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित पति-पत्नी शहर के पलासिया क्षेत्र के रहने वाले हैं और हाल में ही मालदीव से भारत लौटे थे। हालांकि महिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुकी हैं, जबकि पुरुष को अभी भी होम आइसोलशन में रखा गया है।
प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट मिलने के बाद मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आरटी-पीसीआर और रैपिड जांच के निर्देश सरकार ने दिए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में जांच की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं। संदिग्ध मरीजों के नमूनों को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भी भेजा जाएगा। प्रदेश के सभी अस्पतालों में जांच की व्यवस्था के साथ आम लोगों को भी कोविड नियमों के पालन के लिए कहा गया है। इसके अलावा आईए. और एसएआर. के लक्षण वाले मरीजों की मॉनिटरिंग के साथ पोर्टल पर जानकारी भी दर्ज करनी होगी।
उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि वे सभी जिलों में तत्काल प्रभाव से कोविड जांच के दिशा निर्देश के अनुसार पर्याप्त परीक्षण व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को ज्यादा-ज्यादा से संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने की भी सलाह भी दी है। वहीं, सरकार ने राज्यों को जीनोम सीक्वेंस के लिए पॉजिटिव नमूने आइएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं को भेजने के लिए कहा है।