चक्रवाती तूफान ‘दाना’ उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा, तूफान की गति 12 किमी प्रति घंटे रही
ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में एनडीआरएफ ने कीं 56 टीमें तैनात
नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान दाना के आज और कल में ओडिशा के तट से टकराने की आशंका है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 56 टीमों को तैनात किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवात दाना को लेकर चेतावनी जारी की है, जिसके चलते इन राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की आशंका है। चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम जारी है। मध्य और समीपवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर भीषण चक्रवाती तूफान दाना पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह स्थिति गुरुवार 24 अक्टूबर सुबह 6 बजे की बताई गई है।
बचाव के लिए टीमें तैनात
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक (संचालन) मोहसिन शाहेदी ने बताया कि बल की टीमें पेड़ और खंभे काटने के उपकरण, नावें, प्राथमिक चिकित्सा किट और बाढ़ बचाव के अन्य उपकरणों से लैस है। टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है। अधिकारी के अनुसार, आईएमएडी और अन्य संबंधित एजेंसियों के पूर्वानुमान के आधार पर सबसे ज्यादा ध्यान ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर दिया जा रहा है, जहाँ इस चक्रवात का सीधा असर होने की संभावना है।
एनडीआरएफ द्वारा तैनात की गई 56 टीमों में से 45 टीमों को सक्रिय रूप से तैनात किया गया है। ओडिशा में 20 टीमें तैनात हैं, जिनमें से एक रिजर्व में रखी गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में 17 टीमों में से 13 को रिजर्व में रखा गया है। अन्य राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश और झारखंड में 9-9 टीमें और छत्तीसगढ़ में 1 टीम तैनात की गई है। राज्यों के आपदा प्रतिक्रिया बल भी बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात 24 अक्टूबर की रात से ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के पास पहुँच सकता है, और 25 अक्टूबर की सुबह तक इसकी प्रभावी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। इस दौरान भारी बारिश और तूफानी हवाएं चलने की उम्मीद है, जो तटीय क्षेत्रों में तबाही मचा सकती हैं। एनडीआरएफ के साथ राज्य प्रशासन भी लोगों को तटीय क्षेत्रों से निकालने और सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का काम कर रहा है। चक्रवात ‘दाना’, जिसका नाम कतर ने रखा है, अरबी भाषा में “उदारता” का प्रतीक है।