नोटबंदी ने लोगों की कमर तोड़ दी इसके दुष्परिणाम आज भी नजर आ रहे
पूर्व सीएम कमलनाथ ने नोटबंदी को भारतीय अर्थव्यवस्था का काला दिन बताया
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने 9 नवंबर 2016 को लागू की गई नोटबंदी पर फिर हमला बोला। उन्होंने इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए काला दिन बताते देते हुए कहा कि नोटबंदी ने देश की आर्थिक स्थिति खराब की और लोगों की कमर तोड़ दी और इसके दुष्परिणाम अब तक महसूस किए जा रहे हैं। कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी को 8 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी देश इसकी मार से उभर नहीं पाया है। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि नोटबंदी में सरकार ने जो उद्देश्यों की घोषणा की थी, जैसे कालेधन पर अंकुश, आतंकवाद पर काबू पाना और भ्रष्टाचार पर लगाम वह सभी झूठे साबित हुए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद करीब 99 फीसदी पैसा बैंकों में वापस आ गया जो यह साबित करता है कि कालेधन पर वार करने के सरकार के दावे पूरी तरह से गलत थे।
कमलनाथ ने नोटबंदी के दौरान गरीबों पर पड़े असर की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने सिर्फ गरीबों की जेब और देश की अर्थव्यवस्था पर हमला किया। लाखों लोग अपनी छोटी-छोटी बचत भी खो बैठे हैं। सैकड़ों लोग कतारों में मारे गए, कई शादियां टूट गईं लेकिन इस सरकार के पास नोटबंदी की सफलता के नाम पर सिर्फ झूठे दावे और आंकड़े हैं
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान एक हजार रुपए के नोटों को बंद कर दो हजार रुपए के नोटों को चलन में लाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने इसे हास्यास्पद तर्क बताया और कहा कि दो हजार रुपए का नोट क्यों लाया गया और अब क्यों वापस लिया, इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। नोटबंदी के दौरान सरकार ने इसे काले धन, आतंकवाद और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाने के उपाय के रूप में पेश किया था। कमलनाथ ने कहा कि इसके परिणाम ने केवल देश की जनता को कठिनाइयों में डाला, जबकि इसके उद्देश्य कहीं से भी सफल नहीं हुए हैं लोग आज भी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं।