जबलपुर पुलिस ने पकड़ा करोड़ों का फर्जीवाड़ा, लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर कियोस्क संचालक हड़प लेता था लाखों की सहायता राशि
जबलपुर। लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर शासन द्वारा मिलने वाली राशि हड़पने वाले एक बड़े गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरअसल पुलिस द्वारा पकड़ी गई इस गिरोह का मास्टरमाइंड एक कियोस्क संचालक है। जो दुकान पर आने वाले लोगों लोगों के कागजात लेकर उनके फर्जी मृत्यु प्रमाण बना देता था। फिर उसी की मदद से उनके नाम से मरणोपरांत मिलने वाली लाखों की सहायता राशि को हड़प लेता था। इस गिरोह का खुलासा करते हुए आज शुक्रवार 15 मार्च को जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि विगत कुछ दिनों पहले हनुमानताल थाने में 45 वर्षीय सैयदा रिजवाना रिजवी निवासी एम. आई.जी.04 आनंद नगर आधारताल ने लिखित शिकायत कर बताया गया था कि उन्होंने साल 2020 में अधारताल स्थित कियोस्क दुकान संचालक शहजाद से 5 हजार एवं अन्य जरूरी दस्तावेज देकर अपना मजदूरी कार्ड बनवाया था। कुछ दिनों बाद उन्हें अंदेशा हुआ कि कियोस्क संचालक लोगों के कागजात धोकाधडी से लेकर उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बना देता है।
पुलिस ने खंगाले बैंक डिटेल्स
शक होने पर जब महिला ने इस बात की जानकारी पता कि तो उन्हें पता चला कि उनके नाम का भी मृत्यु प्रमाण पत्र बन चुका है। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस द्वारा इस पूरे घटनाक्रम की जांच की गई। जांच के दौरान पुलिस ने जब आरोपी की बैंक डिटेल्स निकलवा कर जांच की तो उसमें अलग-अलग दिनांक में कई राशि आना पाई गई। पूछताछ पर आरोपी कियोस्क संचालक आरोपी शेख शहजाद ने जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसके कियोस्क में जो भी लोग मजदूरी कार्ड बनवाने आते थे, तो वह उनका कार्ड बनवाने के नाम पर आधार कार्ड, समग्र आईडी आदि दस्तावेजों को रख लिया करता था। इसी के आधार पर वह लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाता था।
छत्तीसगढ़ से बनकर आता था प्रमाण पत्र
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भी उसके साथ ही हैं जो इसी प्रकार का काम करते हैं। आरोही जबलपुर से लोगों के दस्तावेज इकट्ठा कर छत्तीसगढ़ भेजो करता था, जहां से लोगों के प्रमाण पत्र एवं फोटो को एडिट कर हूबहू असली मृत्यु प्रमाण जैसा तैयार कर वापस उसके पास जबलपुर आया करते थे। आरोपी ने बताया कि वह अपने साथियों की मदद से सारे दस्तावेज नगर निगम कार्यालय में जमा करवा देता था।
अब तक पकड़े 40 फर्जी प्रमाण पत्र
पुलिस ने अभी तक की जांच में आरोपी कियोस्क संचालक से एक शहजाद के पास से 40 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बरामद किए हैं। वही पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी और भी लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र मिल सकते हैं। जिसकी लगातार जांच पुलिस की एक टीम द्वारा की जा रही है।
नगर निगम से मिलती है सहायता राशि
जानकारी के मुताबिक नगर निगम द्वारा मृत्यु होने पर 6 हजार अंत्येष्टि राशि एवं 2 लाख सहायता राशि प्रदान की जाती है। पुलिस के मुताबिक अब तक पकड़े गए 40 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर पकड़े गए इन आरोपियों ने करोड़ों रुपयों की सहायता राशि को हड़प लिया है।
नगर निगम कर्मचारियों पर भी शक
जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि इस पूरी वारदात में संभवत नगर निगम के कुछ कर्मचारियों की भी संलिप्ता हो सकती है। जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 34 वर्षीय शेख शहजाद निवासी न्यू नेता कालोनी अधारताल, 26 वर्षीय आकिब रफीक निवासी न्यू आनंद नगर पंप हाउस हनुमानताल और 27 वर्षीय सलमान उर्फ मोह. सद्दाम शेख निवासी रजा चौक मक्का नगर गली नंबर 01 हनुमानताल को गिरफ्तार करते हुए आगे की पूछता शुरू कर दी है।