पंजाब में हो रहे ग्रेनेड हमलों ने बढ़ाई चिंता, पुलिस को आईएसआई पर शक
अब तक के 17 हमलों में से 13 से ज्यादा हमले पुलिस चौकियों व थानों पर
चंडीगढ़। पंजाब में ग्रेनेड हमले गंभीर सुरक्षा चुनौती बनते जा रहे हैं। साल 2024 से अब तक पंजाब में 17 से ज्यादा ग्रेनेड हमले हो चुके हैं, जो जम्मू-कश्मीर की तुलना में कहीं ज्यादा हैं। जहां जम्मू-कश्मीर में 2024 में 6 और 2025 में केवल 1 ग्रेनेड हमला हुआ है, वहीं पंजाब में नवंबर 2024 से अब तक 17 हमले हो चुके हैं। इन घटनाओं ने न सिर्फ राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सीमा पार से हो रही हथियारों की तस्करी पर भी चिंता बढ़ा दी है।
पंजाब पुलिस के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी इन घटनाओं को खतरे की घंटी मान रहे हैं और केंद्र और राज्य एजेंसियों के बेहतर तालमेल की मांग कर रहे हैं। अब तक के 17 हमलों में से 13 से ज्यादा हमले पुलिस चौकियों और थानों पर हुए हैं। अमृतसर, गुरदासपुर, नवांशहर और पटियाला जैसे जिलों में पुलिस चौकियों पर हमले हुए हैं। जांच में अक्सर इन घटनाओं को सामान्य विस्फोट बताया जाता है, लेकिन बाद में यह सामने आया कि अधिकतर हमले ग्रेनेड से किए गए थे।
इन हमलों में इस्तेमाल हुए ग्रेनेड ज्यादातर ऑस्ट्रियाई में निर्मित आर्गेस मॉडल के थे। यह वही ग्रेनेड हैं जिनका इस्तेमाल 1993 के मुंबई धमाकों और 2001 में संसद पर हुए हमले में किया गया था। पुलिस को शक है कि ये ग्रेनेड पाकिस्तान के पुराने मिलिट्री स्टॉक से भारत भेजे जा रहे हैं। इन हमलों के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका हो सकती है, जो पंजाब में माहौल खराब करने बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स जैसे आतंकी संगठनों को समर्थन दे रही है। विदेश में बैठे आतंकियों जैसे हैप्पी पासिया, हैप्पी जाट, गोपी घनशमपुरिया और जीवन फौजी की भूमिका भी जांच एजेंसियों के रडार पर है।
एनआईए ने इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय आतंकी साजिश मानते हुए व्यापक जांच शुरू कर दी है। अब तक हुए हमलों में 9 सितंबर, 2024 को सेक्टर 10, चंडीगढ़ के एक घर पर ग्रेनेड हमला हुआ। 4 दिसंबर, 2024 को मजीठा थाना, अमृतसर में खिड़कियों के टूटने से ग्रेनेड हमले की पुष्टि हुई। 17 दिसंबर, 2024 को इस्लामाबाद थाना अमृतसर में तड़के जोरदार धमाका हुआ। 15 मार्च, 2025 को अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमला किया गया। 8 अप्रैल, 2025 को बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड फेंका गया था। पंजाब के विशेष डीजीपी का कहना है कि इन हमलों के 90 फीसदी मामलों को सुलझा लिया गया है और ज्यादातर आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। कुछ मामलों की जांच पूरी की जा रही है।