कोरोना वायरस के दौरान हल्दी के फायदों के बारे में काफी कुछ पढ़ा और लिखा गया। इसमें करक्यूमिन नाम का एक्टिव इनग्रेडिएंट पाया जाता है। इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं। हालांकि कुछ लोगों को ज्यादा मात्रा में हल्दी फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचा सकती है। हल्दी को मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं डाई के रूप में और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी इसका इस्तेमाल होता है। इसके औषधीय गुणों का वर्णन आयुर्वेद में भी मिलता है। हल्दी वाले दूध को गोल्डन मिल्क कहा जाता है। यहां जानें किन लोगों को हल्दी का इस्तेमाल संभलकर करना चाहिए।
सप्लीमेंट की जगह लें नैचुरल
सबसे पहले तो यह याद रखें कि हल्दी लेने बेस्ट तरीका है आप इसे नैचुरल फॉर्म में लें। कई कंपनियां करक्यूमिन के सप्लिमेंट्स बेचती हैं। इनमें शुद्धता की गारंटी नहीं होती। साथ ही यह भी सुनिश्चित नहीं हो पाता कि आपको कितनी मात्रा से ज्यादा हल्दी नहीं खानी है। कच्ची हल्दी लाकर इसे खुद पिसवाएं।
किडनी स्टोन वाले न लें सप्लिमेंट
हल्दी में 2% ऑक्जेलेट होता है। जिन लोगों को पहले किडनी स्टोन की समस्या रह चुकी है उन्हें हल्दी ज्यादा मात्रा में नहीं लेनी चाहिए वर्ना दिक्कत बढ़ने का खतरा रहता है।
प्रेग्नेंसी में हो सकती है दिक्कत
प्रेग्नेंट और ऐसी महिलाएं जो ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हैं वे अगर खाने के साथ हल्दी ले रही हैं तो कोई दिक्कत नहीं होती। यह इम्यूनिटी बूस्टर की तरह ही काम करती है। लेकिन अगर इसे सप्लिमेंट के तौर पर ज्यादा मात्रा में लेते हैं तो मिसकैरेज का खतरा रहता है।
ब्लड थिनर पर हैं तो भी बचें
ऐसे लोग जो ब्लड थिनर लेते हैं या नकसीर फूटती रहती है उन्हें हल्दी की सीमित मात्रा लेनी चाहिए। ज्यादा मात्रा में या सप्लिमेंट के रूप में हल्दी खाने से ऐसे लोगों को दिक्कत हो सकती है।
एनीमिया वाले रखें ध्यान
एनीमिक लोगों को भी ज्यादा हल्दी खाने से बचना चाहिए। जिन्हें एनीमिया होता है उनके खून में आयरन की कमी हो जाती है। ज्यादा मात्रा में हल्दी खाने से आयरन का अवशोषण और कम हो जाता है। इससे दिक्कत बढ़ सकती है।
काली मिर्च के साथ लें हल्दी
अगर आपको ऊपर बताई गई दिक्कतें नहीं हैं तो खाने के साथ या दूध साथ आप हल्दी ले सकते हैं। बेहतर होगा इसके साथ काली मिर्च भी लें। इसमें पिपरिन होता है। पिपरिन की मौजूदगी में हल्दी का अवशोषण अच्छी तरह होता है।