भारत ने स्वदेशी विमानों में 14 अरब डॉलर का भारी निवेश किया, एलसीए तेजस के बाद अब बड़ी एलसीएच प्रचंड डील शुरू

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नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय थल सेना के लिए 90 और भारतीय वायुसेना के लिए 66 लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड की हिदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से मांग की है. इसे लेकर रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) भी जारी किया है.  अभी तक भारत में बने स्वदेशी फाइटर जेट्स की बिक्री शुरू नहीं हुई है और ना ही भारतीय एयरक्राफ्ट के लिए कोई विदेशी ऑफर ही मिला है, लेकिन भारत सरकार लगातार हथियार बनाने के लिए स्वदेशी ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा दे रही है। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत नीति के तहत लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) ‘प्रचंड’ के बड़े ऑर्डर से बड़ा बढ़ावा मिला है। भारतीय रक्षा मंत्रालय कथित तौर पर ने सेना की क्षमता बढ़ाने के लिए, खासकर उच्च ऊंचाई पर ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए 156 LCH प्रचंड की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को प्रस्ताव के लिए अनुरोध (RFP) भेजा है।

LCH प्रचंड के लिए बहुत बड़ा ऑर्डर

नए हेलीकॉप्टरों की अनुमानित लागत करीब 50 हजार करोड़ रुपये (6 अरब डॉलर) है, जिसमें भारतीय थल सेना के लिए 90 और भारतीय एयरफोर्स के लिए 66 एलसीएच हेलीकॉप्टर खरीदे जाएंगे। भारत की डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता हासिल करने और हथियार प्रणालियों के स्वदेशी उत्पादन का विस्तार करने की कोशिश को मजबूती मिलने की उम्मीद है। अब तक, HAL ने LCH प्रचंड की सिर्फ 15 इकाइयां बनाई हैं और फिलहाल HAL के पास सीमित उत्पादन क्षमता है, जिसके तहत इंडियन एयरफोर्स के लिए दस और सेना के लिए पांच यूनिट शामिल हैं। हालांकि, नए ऑर्डर के साथ, हेलीकॉप्टर का भारी संख्या में उत्पादन शुरू हो जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, 156 हेलीकॉप्टरों के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर होने के बाद HAL पांच से छह साल में इस ऑर्डर पूरा करने की योजना बना रहा है। 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल संघर्ष के दौरान रूसी एमआई-25 और एमआई-35 के अप्रभावी साबित होने के बाद भारत ने इस हेलीकॉप्टर का डेवलपमेंट किया था। LCH प्रचंड का उत्पादन काफी महत्वपूर्ण है और भारत ने साल 2000 के बाद से एलसीएच प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया था और अब उसको लेकर कामयाबी मिली है।

हालिया ऑर्डर से पता चलता है, कि भारतीय हथियार भंडार को इस अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर से भरा जाएगा, जो 288 मील प्रति घंटे की मैक्सिकम स्पीड, 500 किलोमीटर की लड़ाकू रेडियस और 21,000 फीट की ऊंचाई पर ऑपरेशन को अंजाम देने की क्षमता रखता है। LCH शहरी और जंगल की परिस्थितियों में आतंकवाद विरोधी अभियानों, उच्च ऊंचाई वाले बंकरों को नष्ट करने, दुश्मन की हवाई सुरक्षा को नष्ट करने और जमीनी बलों का समर्थन करने सहित कई तरह के ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। यह दूर से संचालित विमानों और धीमी गति से चलने वाले विमानों को भी निशाना बनाकर नष्ट कर सकता है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है, कि यह भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीतियों के स्वदेशीकरण का आह्वान करने वाले एक और प्रोडक्ट के रूप में सामने आएगा। हेलीकॉप्टर का ये ऑर्डर उस वक्त दिया गया है, जबकि कुछ समय पहले इंडियन एयरफोर्स ने LCA तेजस Mk1A फाइटर जेट खरीदने के लिए HAL को ऑर्डर दिया था।

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