जबलपुर। जबलपुर में हुए 30 करोड़ रुपये के धान परिवहन घोटाले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक और खरीदी केंद्र प्रभारियों की मिलीभगत से राइस मिलर्स ने ऐसा घोटाला किया कि जांच एजेंसी के अधिकारी भी हैरान रह गए। इस घोटाले की जांच में परत दर परत जांच के बाद यह सामने आया कि जिन ट्रकों से धान का परिवहन किया जाना था, वे सीमेंट और लोहे की ढुलाई में लगे थे। अनुबंधित ट्रक नंबरों की जांच में यह भी पाया गया कि एक ही ट्रक ने एक ही दिन में उज्जैन के चार चक्कर लगाए, जो संभव ही नहीं है।
मिलर्स की बैंक गारंटी से की जाएगी वसूली
इस मामले में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा है कि इस घोटाले में शामिल सभी राइस मिलर्स को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा, साथ ही घोटाले की राशि मिलर्स की बैंक गारंटी और एफडी से वसूली जाएगी। बता दें कि कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर जिले के 12 थानों में 12 एफआईआर दर्ज कराई गई। इसमें नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक दिलीप किरार सहित कई अन्य कर्मचारी और राइस मिलर्स शामिल हैं। अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें खरीदी केंद्र प्रभारी और कंप्यूटर ऑपरेटर भी शामिल हैं, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।