जबलपुर. एचडीएफसी बैंक के मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने नकली जेवर रखकर फांइनेंस करवाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह से 39 वर्षीय विक्रम सिंह चौहान निवासी एलआईजी 12 पुनित नगर आधारताल ने शिकायत में बताया था कि वह एचडीएफसी बैंक में लोकेशन मैनेजर के पद पर कार्यरत है। बैंक की एक उन्होंने बताया कि साल 2022 में गोल्ड लोन के एवज में मनोज कुमार पटेल निवासी न्यू रामनगर, चितरंजन वार्ड, गोहलपुर अमखेऱा को 194800 रुपए और राहुल यादव निवासी गणेश क्लासेस, गणेश नगर, कछपुरा जबलपुर को 274400 रूपए एचडीएफसी बैंक शाखा सिविल लाईन से दिए गए थे। कुछ दिन पहले सीआईसी विभाग के परीक्षक अजय कुमार सोनी द्वारा आडिट के दौरान स्वर्ण आभूषणों की शुद्धता चैक की गई। जिसपर वह नकली पाए गए। दोनो ग्राहकों को नोटिस भेजकर उक्त आभूषणों की जांच हेतु बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आए।
कई शाखाओं में निकला नकली सोना
शक के आधार पर कुछ अन्य ग्राहकों के भी आभूषणों की जांच की गई तो वह भी नकली पाए गए। बैंक द्वारा जब जांच की गई तो पता चला कि उपपरीक्षक सत्य प्रकाश सोनी निवासी सोनी भवन के पास, गोकलपुर रांझी द्वारा उक्त आभूषण का परिक्षण किया गया था। बैंक द्वारा सिविल लाइन, अधारताल, रांझी, धनवंतरी नगर एवं तिलहरी की शाखाओं की सत्यप्रकाश सोनी द्वारा चैक किए गए सोने की जांच की तो कुल 83 ऋ ण जिसकी कुल राशि 1 करोड 99 लाख 76 हजार रूपए नकली पाया गया। पूछताछ पर बैंक अधिकारियों को सत्यप्रकाश सोनी ने जांच के दौरान चूक हो जाना बताया।
रूपयों का लालच देकर करवाया था फाइनेंस
ग्राहकों से बैंक अधिकारियों द्वारा पूछताछ करने पर, मनोज कुमार पटेल, विवेक कुमार झारिया व गौरव कुमार रंजन ने मौखिक व लिखित रूप से यह बताया की उनके परिचित 33 वर्षीय अंकित सैनी निवासी कालीमठ मार्ग अमनपुर वार्ड नं. 07 वीर सावरकर वार्ड नियर काली मंदिर थाना गढ़ा, 30 वर्षीय पंकज विश्वकर्मा निवासी राम मैरिज गार्ड के पीछे नियर रेणुका किराना स्टोर राम नगर आधारताल व शुभम साहू निवासी नानक नगर मानेगाव राझी के द्वारा उन्हें 2-3 हजार रुपये देने का वादा कर उनके नामों से ऋण करवाया गया था एवं उक्त ऋण प्राप्त करने के लिए जो स्वर्ण आभूषण दिए गए थे वह भी उन्ही लोगो के द्वारा उपलब्ध करवाए गए थे। पुलिस ने मामले की शिकायत मिलते ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।