जबलपुर। पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह को पकड़ा है, जो असली नोट के बदले तीन गुना अधिक नकली नोट थमाकर लोगों से ठगी करते थे। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ते हुए उनके पास से 100 से लेकर 500 तक के नकली नोट बरामद किए है। पुलिस को प्रारंभिक जाँच में पता चला है की ठग गिरोह द्वारा छोटा-मोटा धंधा करने वालों को अपने जाल में फँसाकर उनसे असली नोट लेकर उन्हें नकली नोट थमाए जाते थे। इस मामले में कोतवाली सीएसपी रीतेश कुमार शिव ने बताया की दी। यादव कॉलोनी क्षेत्र में अंडे का ठेला लगाने वाले अमित बर्मन ने शिकायत देकर बताया था कि कुछ समय पूर्व उसके पास माढ़ोताल निवासी गोपाल अवस्थी और गौतम मढिय़ा गढ़ा निवासी नितिन सेन उर्फ सिद्धार्थ पहुँचे थे। दोनों ने उसके सामने एक काले रंग के असली नोट को पानी में डुबाया फिर नोट को पानी से निकाला तो उस पर चढ़ा रंग उतर गया। उसके बाद अमित को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह 50 हजार रुपए की व्यवस्था करे उसके बदले में वे उसे डेढ़ लाख के नकली नोट देंगे। इसकी शिकायत अमित बर्मन द्वारा यादव कॉलोनी पुलिस चौकी में की गई, जिसके बाद चौकी प्रभारी सतीश झारिया व उनकी टीम ने बुधवार को गोपाल व नितिन को चाकू सहित गिरफ्तार किया।
आयोडीन के पानी में डूबाते थे पैसा
पुलिस ने इस मामले में पकड़े गए आरोपियों के पास से साढ़े सात लाख के नकली नोट, नोट के आकार के कागज के टुकड़े, गोंद व आयोडीन आदि जब्त किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह नेपाल से कागज आने का झाँसा देकर लोगों को जाल में फसाते थे। आरोपी लोगों के सामने काले रंग के नोट को आयोडीन के पानी में डुुबाते थे जिससे उसका रंग उतर जाता था और लोगों को उनकी बातों पर भरोसा हो जाता था।
वारदात में दो अन्य आरोपी और शामिल
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह में माढ़ोताल निवासी मलखान नायक और गढ़ा निवासी किशोर चढ़ार भी शामिल हैं। वे जब किसी को असली नोट के बदले नकली नोट की डिलीवरी देने जाते थे तो उन्हें ऐसी जगह बुलाते थे जहाँ पर पोल खुलने पर वे आसानी से वहाँ से भाग सकें। इस दौरान वे चूरन के नकली नोट का उपयोग भी लोगों को फँसाने के लिए करते थे। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए अन्य दो आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।