जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ छात्रों का आक्रोश चरम पर है! भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने आज प्रदेश उपाध्यक्ष अमित मिश्रा के नेतृत्व में शासकीय गृह विज्ञान महाविद्यालय में उन्हें काले झंडे दिखाकर घेराव किया और उनके प्रवेश को रोक दिया। जैसे ही कुलगुरु महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंचे, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन करते हुए जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। पूरे परिसर में हड़कंप की स्थिति बन गई, जिससे कार्यक्रम स्थल पर अफरातफरी मच गई।
एनएसयूआई का आरोप है कि कुलगुरु पर विश्वविद्यालय की ही एक महिला अधिकारी से अभद्रता करने का गंभीर मामला विचाराधीन है, इसके बावजूद वे अपने पद पर बने हुए हैं। छात्रों का कहना है कि इतने गंभीर आरोपों के बाद भी कुलगुरु इस्तीफा नहीं दे रहे, जो उनके हठधर्मिता और सत्ता के दुरुपयोग को दर्शाता है। यह प्रदेश के शैक्षिक जगत के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी कुलगुरु पर इतने संगीन आरोप लगे हैं।
इतना ही नहीं, कुलगुरु की मूल प्राध्यापक पद पर नियुक्ति भी संदेह के घेरे में है। उन पर नियमों को ताक पर रखकर पद प्राप्त करने का आरोप है, और यह मामला अब उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। छात्रों ने इस अवैध नियुक्ति पर भी खुलकर विरोध जताया और मांग की कि कुलगुरु तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें।
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कुलगुरु को पद से नहीं हटाया गया, तो आंदोलन और भी उग्र होगा। विश्वविद्यालय की गरिमा को बचाने के लिए छात्रों ने प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की है। यह मामला पहले ही मध्यप्रदेश विधानसभा में गूंज चुका है, लेकिन अब छात्रों का धैर्य जवाब दे रहा है। क्या कुलगुरु अपने पद पर बने रहेंगे या छात्र शक्ति का दबाव उनके इस्तीफे को मजबूर करेगा? जबलपुर के शैक्षिक गलियारों में यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है!
आज के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनुज यादव , राहुल यादव ,प्रतीक गौतम, प्रतीक शुक्ला, अभिषेक पटेल सक्षम यादव , अभिषेक दहिया , हर्ष सनाथ,प्रिंस रजक, सपन नमलवार आदि उपस्थित रहे ।