पूरी दुनिया में मचने वाली है उथल-पुथल, इसलिए भारत में स्थिर नेतृत्व जरूरी’, वैश्विक हालात पर बोले जयशंकर
जयशंकर से वैश्विक शक्ति संतुलन का आकलन करने के लिए कूटनीति और राजनीति में अपने करीब 50 वर्षों के अनुभव का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया तो उन्होंने दुनिया की उस तस्वीर से बहुत अलग तस्वीर पेश की, जिसमें हम अभी रह रहे हैं। चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत रहे जयशंकर ने कहा, ‘बहुत सारे संघर्ष, तनाव और विभाजन! इन सभी कारकों के साथ मैं वास्तव में दशक के संतुलन के लिए एक बहुत ही टकराव भरे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य को पेश कर रहा हूं।’