Janmashtami: भस्म आरती में श्रीकृष्ण स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, अलौकिक दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़
उज्जैन। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आज कालों के काल बाबा महाकाल के दरबार में होने वाली भस्म आरती के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। महाकालेश्वर मंदिर में आज सुबह 2:30 बजे भाद्रपद कृष्ण के पहले सोमवार को बाबा महाकाल की भस्म आरती धूमधाम से की गई। इस दौरान बाबा महाकाल का श्री कृष्ण स्वरूप में विशेष श्रृंगार भी किया गया, जिसका दर्शन हजारों श्रद्धालुओं ने किया।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भाद्रपद के पहले सोमवार पर आज बाबा महाकाल रात 2:30 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। भगवान को स्नान, पंचामृत अभिषेक करवाया गया, साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया। इसके बाद बाबा महाकाल का श्री कृष्ण स्वरूप में श्रृंगार किया गया। भांग और ड्राईफ्रूट से किए गए इस अलौकिक श्रृंगार को जिसने भी देखा, वह देखते ही रह गया।
श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण कराया गया और फिर महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और हजारों श्रद्धालु चलित भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।
श्रृंगार के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण कराया गया और फिर महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के दर्शन किए और हजारों श्रद्धालु चलित भस्म आरती की व्यवस्था से लाभान्वित हुए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के निराकार से साकार होने के स्वरूप का दर्शन कर जय श्री महाकाल का उद्घोष भी किया।