MP News: जीतू पटवारी ने शिवराज को बताया झूठ और बेरोजगारी का मामा, कर्ज लेने पर मोहन सरकार को भी घेरा
मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार के कर्ज लेने पर भी जीतू पटवारी ने निशाना साधा। पटवारी ने कहा कि सरकार ने फिर से पांच हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मोहन सरकार ने सत्ता संभालते ही एक माह के अंदर में ही 23 जनवरी 2024 को 2500 करोड़ का कर्ज ले लिया। इसके 15 दिन बाद फिर 7 फरवरी 2024 को 3000 करोड़ रुपये का कर्ज ले लिया। इस तरह देखा जाए तो नई सरकार गठित होने के बाद सरकार ने 15 दिन के अंदर ही 5500 करोड़ का कर्ज ले लिया है। पटवारी ने आरोप लगाया कि कर्ज लेकर मंत्रियों के बंगले सजाए जा रहे हैं। सरकार की सुख सुविधाओं पर खर्च हो रहा है, लेकिन लाडली बहनों को 3000 रुपये प्रतिमाह नहीं देना है।
प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में रोजाना गंभीर अपराध होते हैं। पुलिस पर ही गोलियां चलती हैं। गैंगरेप होते रहते हैं। भाजपा के अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोग आदिवासियों को पीटते हैं। सच्चाई है कि मोहन यादव सरकार के दो महीना में क्राइम का ग्राफ सबसे ज्यादा हो गया है! यह स्थिति तब है जब हमारे मुख्यमंत्री जी प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं। अराजक हो चुकी व्यवस्था को संभालने के लिए मुख्यमंत्री जी एक अधिकारी का तबादला करते हैं, तो दूसरी जगह कोई दूसरा फिर वही गलती करता है, सीधे मुख्यमंत्री को चुनौती देता है।
सरकार के खिलाफ करेगी बड़ा आंदोलन
पटवारी ने कहा कि गेहूं की 2700 रुपये प्रति क्विंटल खरीदी की मांग कर रहे हैं। भाजपा ने चुनाव से पहले किसानों से 2700 रुपये क्विंटल में गेहूं खरीदने का वादा किया था। इस वादे को भाजपा की सरकार पूरा नहीं कर रही है। अब कांग्रेस गेहूं खरीदी केंद्रों से लेकर ब्लॉक और जिलों में प्रदर्शन करेगी।
लोकतंत्र को तानाशाही से चला रहे
पटवारी ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव में आए परिणामों से आमजन में गुस्सा हैं। भाजपा सरकार ने ईवीएम में गड़बड़ी कर लोकतंत्र की हत्या की। लोग सड़कों पर उतरकर ईवीएम का खुलकर विरोध कर रहे हैं। उन्होंने चंडीगढ़ मेयर के चुनाव परिणाम का उल्लेख कर कहा कि पीठासीन अधिकारी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने उलटकर यह साबित कर दिया कि लोकतंत्र को तानाशाही से चलाया जा रहा है।