JABALPUR: जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने ली चीफ जस्टिस की शपथ
पहली बार मप्र हाईकोर्ट में आदिवासी समुदाय के चीफ जस्टिस बने
जबलपुर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के 28वें चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने बुधवार को भोपाल में शपथ ग्रहण किया, राजभवन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने शपथ दिलाई। इस दौरान सीएम मोहन यादव सहित कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह मौजूद रहे। हरियाणा के कैथल जिले के रहने वाले जस्टिस सुरेश कुमार कैत मध्य प्रदेश के 28वें चीफ जस्टिस बन गए हैं। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में हुए समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवागत चीफ जस्टिस को गुलदस्ता देकर बधाई दी।
6 माह होगा कार्यकाल
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 सितंबर को सुरेश कुमार कैत को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश की थी, कैत इस पद पर 6 महीने तक रहेंगे। हालांकि इसके पहले कॉलेजियम ने जस्टिस जीएस संधूवालिया का नाम प्रस्तावित किया था, लेकिन बाद में इसमें संशोधन कर जस्टिस कैत के नाम की सिफारिश की गई थी।
हरियाणा के कैथल से हैं मध्य प्रदेश के चीफ जस्टिस
मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश मूल रूप से हरियाणा के कैथल के काकोत गांव के रहने वाले हैं, उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई हरियाणा में रहकर ही की।
2008 में बने थे दिल्ली हाई कोर्ट के जज
इसके बाद कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और इसके बाद वे कानून की पढ़ाई करने दिल्ली आ गए। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने कानून की पढ़ाई की, 1989 में सबसे पहले उन्होंने वकील के रूप में अपना पंजीयन कराया।
जस्टिस सुरेश कुमार कैथ ने करीब 20 साल तक वकालत की, साल 2004 में वो केन्द्र सरकार के स्थाई वकील बन गए। इसके बाद 2008 में दिल्ली हाईकोर्ट में वो अतिरिक्त जज के रूप में नियुक्त हुए, कैथल का अब जबलपुर का सफर चीफ जस्टिस के रुप में अनवरत जारी रहेगा।
सीएए, जामिया हिंसा मामलों को लेकर जाने जाते हैं कैत
आपको बता दें जस्टिस सुरेश कुमार कैत को सीएए और जामिया हिंसा जैसे मामलों के लिए भी जाना जाता है। जस्टिस कैत पांच साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी सीएए और उसको लेकर हुए प्रदर्शन से जुड़ी याचिकाओं पर फैसला सुना चुके हैं। इसके अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा में सुनवाई के बाद फैसला सुनाया था, फैसले की दृष्टिकोण को लेकर जस्टिस सुरेश कुमार कैत की तारीफ की गई थी।
विवेक तन्खा ने दी बधाई-पहली बार दलित चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस बनने पर सुरेश कुमार कैत को बधाई देते हुए कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा ‘सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम को बधाई। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में, 1956 स्थापना के पश्चात, पहली बार एक विद्वान दलित जज जस्टिस कैत हमारे प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस) के पद ग्रहण करेंगे।