जबलपुर । मप्र विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बिजली कंपनियों के प्रबंधन का ध्यानाकर्षण करते बताया कि बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन के समीप नयागांव में बिजली कंपनियों के अनेक कार्यालय एवं बिजली कार्मिकों की आवासीय कॉलोनियां हैं। यहां जंगल और पहाड़ी में लगभग पिछले 3 वर्षों से तेंदुए को लेकर दहशत का माहौल है। ये तेंदुआ कई बार बिजली कार्यालयों और कॉलोनियों में भी देखा गया है। जिस कारण यहां ड्यूटी करने वाले बिजली कर्मियों को, विशेष तौर पर नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करने वाले कर्मियों को दहशत में रात गुजारनी पड़ती है।
कई बार देखा जा चुका तेंदुआ
नयागांव में बिजली कर्मियों के क्वार्टर और अधिकारियों के बंगले बने हुए हैं, सभी अधिकारी कर्मचारी तेंदुए के कारण दहशत में हैं। क्योंकि इस तेंदुए को कई बार देखा भी गया है। यहां पर 220 केवी सब-स्टेशन, एलटी-एमटी, एसटीसी, सीटीआई, एरिया स्टोर, ट्रांसमिशन स्टोर वर्कशॉप आदि में कार्यालय स्थित हैं। हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नयागांव का इलाका अधिकांश समय सुनसान बना रहता है। आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी एवं नियमित कर्मचारी शाम 4 बजे से रात 12 तक एवं रात 12 से सुबह 8 तक लगातार ड्यूटी करते हैं। इस दौरान में बहुत दहशत में रहते हैं । संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, इंद्रपाल सिंह, संदीप दीपांकर, मदन पटेल, दशरथ शर्मा, अमीन अंसारी, पीके मिश्रा, आदि ने कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि नाइट शिफ्ट को बंद करके सिर्फ डे शिफ्ट जारी रखी जाए। साथ ही कंपनी प्रबंधन को इन कर्मियों की सुरक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि कर्मी निर्भय होकर ड्यूटी कर सकें।