लोकसभा स्पीकर चुनाव: विपक्षी एकता पर सवाल के बीच TMC पर नजरें, आज के सुरेश पर रुख स्पष्ट कर सकती है पार्टी

200
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का सत्र शुरू होने के साथ ही अब स्पीकर पद पर सबकी नजरें लगी हैं। आम सहमति न बनने के कारण विपक्षी गठबंधन- INDIA ने आठ बार के कांग्रेस सांसद के सुरेश को प्रत्याशी बनाया है। 25 जून को जब प्रत्याशी के नाम का एलान हुआ तो तृणमूल कांग्रेस की असहमति और कथित नाराजगी की बात सामने आई। हालांकि, कयासबाजी के बीच स्पीकर के चुनाव से ठीक एक दिन पहले के दिलचस्प वाकये में कथित तौर पर नाराज टीएमसी, कांग्रेस सुप्रीमो मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुई। ऐसे में अब नजरें तृणमूल कांग्रेस पर टिकी हैं। अब तृणमूल के सूत्रों ने कहा है कि बुधवार को इस संबंध में पार्टी स्पष्टीकरण जारी करेगी।
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने क्या कहा?
दरअसल, विपक्षी गठबंधन की सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का कहना है कि के. सुरेश के नाम पर पार्टी के किसी भी नेता के साथ चर्चा नहीं की गई। जिस समय के.सुरेश ने लोकसभा स्पीकर के चुनाव के लिए नामांकन भरा, उस समय तृणमूल कांग्रेस का कोई भी नेता वहां हस्ताक्षर करने के लिए मौजूद नहीं था। जब टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी से इस मुद्दे पर उनकी पार्टी के रुख को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। बनर्जी ने आगे कहा कि दुर्भाग्य से यह एक तरफा लिया गया फैसला है। टीएमसी सांसद के अनुसार किसी ने भी इस बारे में टीएमसी से राय नहीं ली और इस बारे में पार्टी की प्रमुख ममता बनर्जी ही कोई फैसला लेंगी।

राहुल गांधी ने कहा- जय संविधान
इसके कुछ देर बात राहुल गांधी और अभिषेक बनर्जी को लोकसभा के भीतर एक दूसरे के साथ गुफ्तगू करते हुए देखा गया। जब राहुल गांधी सदन से बाहर आए तो उनसे पूछा गया कि क्या वह स्पीकर के मुद्दे पर टीएमसी के साथ कोई बात बनी? इसके जवाब में राहुल ने सिर्फ ‘जय संविधान’ कहा। बता दें कि सात बार के सांसद के. सुरेश को विपक्षी गठबंधन ने लोकसभा स्पीकर पद चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले, मंगलवार को विपक्षी गठबंधन इंडिया ने लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर रणनीति बनाने के लिए दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर अपने फ्लोर नेताओं की बैठक की। बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आप, एनसीपी (एसपी), शिवसेना (यूबीटी), राजद, झामुमो, सपा, सीपीएम, सीपीआई और आरएसपी के सांसद मौजूद रहे।

29 वर्षों से सांसद हैं के सुरेश
विपक्षी गठबंधन इंडिया के उम्मीदवार के सुरेश वर्तमान में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले लोकसभा सांसद हैं, क्योंकि वह 29 वर्षों तक सांसद रहे हैं। सुरेश पहली बार 1989 में लोकसभा के लिए चुने गए। उसके बाद, उन्होंने 1991, 1996 और 1999 के आम चुनावों में अडूर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार बार लोकसभा के लिए जीत हासिल की। 2024 के आम चुनाव में मवेलिककारा (केरल) से अपना आठवां लोकसभा चुनाव जीतने वाले सुरेश ने पहले भी चार बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है। वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और 17वीं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के मुख्य सचेतक थे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.