एक बयान में पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस थाना नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ने एक प्रमुख साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान रियाज अहमद के रूप में हुई है। वह आतंकवादी आकाओं द्वारा नियंत्रण रेखा के पार से हथियार और गोला-बारूद प्राप्त करने में खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर के साथ साजिश रचने में शामिल था।
चार फरवरी को जम्मू-कश्मीर में जांच एजेंसियों से एक विशेष जानकारी प्राप्त हुई कि करनाह का रियाज अहमद राथर हाल ही में भंडाफोड़ किए गए आतंकी मॉड्यूल मामले में वांछित है। इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है।
इसमें आगे बताया गया कि सूचना थी कि रियाज अहमद फरार है और तड़के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए, एक टीम का गठन किया गया और तुरंत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सभी प्रवेश, निकास और रणनीतिक बिंदुओं पर उसे तैनात किया गया। जब आरोपी सुबह के समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के निकास गेट नंबर 1 से भागने की कोशिश कर रहा था तो सतर्क कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई की और भीड़ में रियाज अहमद की पहचान कर उसे पकड़ लिया।
बयान में कहा गया है कि उससे गहन पूछताछ की गई और पता चला कि वह अपने दोस्त अल्ताफ के साथ जबलपुर से महाकौशल एक्सप्रेस में सवार हुआ था और तीन फरवरी को लगभग तीन बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचा था। वहां से उन्होंने एक ऑटो लिया और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे। रियाज अहमद राथर किसी दूसरे ठिकाने पर जाने वाला था। उस पर खुर्शीद अहमद राथर और गुलाम सरवर राथर से हथियारों और गोला-बारूद की खेप प्राप्त करने का संदेह है। दोनों को पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बयान में यह भी कहा गया है कि रियाज अहमद और उसका दोस्त अल्ताफ 31 जनवरी 2023 को भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसमें कहा गया है कि उनके कब्जे से एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया गया है और उसे कानून की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और जम्मू कश्मीर के संबंधित पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों को उनके स्तर पर आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।