Ujjain: उज्जैन के आश्रम में पंडिताई सीख रहे नाबालिगों ने की अनैतिक कृत्य की शिकायत, दो आचार्यों पर केस दर्ज

315
उज्जैन। संभाग भर के कई स्थानों से नाबालिग बच्चे दंडी आश्रम में आए तो कर्मकांड और वेद पाठ सीखने थे, लेकिन यहां के कुछ कथित आचार्यों ने उन्हें पंडिताई सिखाने की बजाय उनका यौन शोषण कर दिया। तीन नाबालिग बच्चों द्वारा दिए गए आवेदन के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आचार्यो के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी। एक आचार्य गिरफ्त में आ चुका है जबकि एक की तलाश जा रही है।

कई बच्चे हुए आचार्यो के शिकार
आश्रम मे अध्ययनरत राजगढ़, मंदसौर और देवास जिले के नाबालिग किशोरों ने पुलिस को बताया कि पिछले कई दिनों से आश्रम के अजय आचार्य और राहुल आचार्य उनका यौन शोषण कर रहे थे। दोनों आचार्य नाबालिगों को अपने कमरे में अकेले बुलाकर उनके साथ यौन संबंध बनाने के लिए दबाव बनाकर गलत काम करते थे। तीनों पीड़ित नाबालिग किशोरों ने पुलिस को यह भी बताया कि आश्रम के कई नाबालिग किशोरों के साथ अजय आचार्य और राहुल आचार्य ने यौन शोषण किया है।

पीड़ित बच्चों की संख्या पहुंची 19 तक

दांडी स्वामी आश्रम में संचालित होने वाले गुरुकुल में 19 बच्चों के साथ दुष्कर्म हुआ। बच्चों ने राहुल व अजय के खिलाफ थाने में दर्ज कराई एफआईआर में उल्लेख है कि राहुल खाना लेकर बच्चों को अपने कमरे में बुलाता था। जबकि अजय ने एक बच्चे को कमरे में बुलाने के बाद कहा कि मैं तुझसे शादी करूंगा। पीड़ित बच्चों ने अपने परिजनों को इसकी शिकायत की और परिजन जब आश्रम पहुंचे व संचालक को उक्त हरकतों की जानकारी देकर विरोध किया तो मामला सामने आया।

दुष्कर्म पीड़िता को शॉल ओढ़ाकर हुआ था फेमस
पिछले वर्ष सतना की किशोरी के साथ आटो चालक द्वारा किये गये दुष्कर्म के मामले में आचार्य राहुल मीडिया में फेमस हुआ था। सबसे पहले उसी ने मीडिया मे आकर बयान दिया था कि बच्ची के कपड़े फटे थे और उसे बुरी हालत में देखने के बाद मैंने अपना शॉल उसे औढ़ाया था व पुलिस को सूचना दी थी। राहुल मोहनपुरा का रहने वाला है और विवाहित है। पुलिस ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है, जिनमें पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में आचार्य राहुल व अजय आरोपी हैं। राहुल पुलिस गिरफ्त में हैं व अजय की तलाश पुलिस कर रही है।

गुरुकुल में ही पढ़ा और वहीं आचार्य भी बन गया राहुल
दांडी आश्रम के संचालक गजानंद स्वामी ने बताया कि राहुल इसी गुरुकुल में पढ़ता था। पढ़ाई पूरी होने के बाद वह यहीं पर आचार्य बना। आचार्य की नियुक्ति गुरुकुल व आश्रम द्वारा ही की जाती है। अजय कर्मचारी के रूप में काम करता था। गुरुकुल में अन्य शिक्षक भी बच्चों को पढ़ाने आते हैं। गुरुकुल में प्रदेश भर के 80 बच्चे अध्ययनरत हैं। एक विद्यार्थी के साथ अजय ने अश्लील हरकत की थी, जिसने अपने परिजनों को बताया था। परिजनों ने गजानंद स्वामी को अजय की हरकत से अवगत कराया तो उसे गुरुकुल की नौकरी से हटा दिया था। अजय आष्टा का रहने वाला है। फिर गुरुकुल के दूसरे बच्चों ने आचार्य राहुल द्वारा अश्लील हरकत की शिकायत की। दोनों पक्षों को आश्रम बुलाकर चर्चा कर रहे थे, उसी दौरान विवाद बढ़ा तो संचालक ने महाकाल थाना पुलिस को सूचना देकर आश्रम बुलाया ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.